
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में थाना सदर कोतवाली इलाके के आर्य कन्या इंटर कॉलेज की चार छात्राएं 22 फरवरी को गायब हो गई थीं. वे अपने घर से कॉलेज के लिए निकलीं, लेकिन ना तो कॉलेज पहुंचीं, ना ही वापस अपने घर लौटीं. इसके बाद उनके परिवार वालों ने थाना सदर कोतवाली में चारों छात्राओं की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने चारों को उत्तराखंड के ऋषिकेश से सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, चारों अपने परिजनों से नाराज थीं और ऋषिकेश घूमने जाना चाहती थीं. चारों सहेलियों में से एक ने अपने घर से 25,000 रुपये चुराए और चारों स्कूल ना जाकर ऋषिकेश चली गईं.
पुलिस की छह टीमें कर रही थीं तलाश
पुलिस को पता चला कि लापता चारों छात्राएं आपस में बेहद घनिष्ट सहेलियां हैं. इनमें से तीन कक्षा 10 में और एक 12वीं में पढ़ती हैं. 22 फरवरी को चारों अपने घर से कॉलेज के लिए निकली थीं, लेकिन कॉलेज न पहुंचकर लापता हो गईं. परिजनों ने 22 फरवरी को ही एफआईआर दर्ज कराई थी.
चारों लड़कियों की तलाश के लिए लखीमपुर खीरी के एसपी विजय ढुल ने पुलिस की 6 टीमें बनाईं. करीब 500 लोगों से पूछताछ और करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने पाया कि घर छोड़ने से पहले उन्होंने अपने कॉलेज की सहेलियों और जानने वालों से ऋषिकेश के रास्ते के बारे में पता किया था.
प्रिंसिपल और कॉलेज की छात्राओं से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने अपनी एक टीम उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के मुनि की रेती थाना क्षेत्र में भेजा, जहां एक होटल से चारों को सकुशल बरामद किया गया.
परिवार से रहती थीं नाराज
एसपी विजय ढुल ने बताया कि चारों लड़कियां किसी बात को लेकर अपने घर वालों से नाराज थीं. वे कई दिनों से ऋषिकेश जाने का प्लान बना रही थीं. इसके लिए एक छात्रा ने अपने घर से 25,000 रुपये भी चुराए थे. वे चारों मिलकर ऋषिकेश घूमने जाना चाह रही थीं.
पुलिस पूछताछ में छात्राओं ने ये भी बताया कि वे सुबह घर से स्कूल के लिए निकली थीं, लेकिन स्कूल ना जाकर सीतापुर जाने वाली बस पकड़ ली. पहले वे सीतापुर पहुंचीं फिर वहां से हरिद्वार की बस पकड़ ली.
ऐसे लगा सुराग
ये चारों लड़कियां गायब हुईं तो कॉलेज की प्रिंसिपल ज्योति तिवारी ने बाकी छात्राओं से पूछताछ की. पता चला कि उन चारों में एक ने अपनी एक अन्य सहेली से ऋषिकेश जाने का रास्ता पता किया था. प्रिंसिपल को उस छात्रा ने बताया कि उसके पूछने पर मैंने बताया था कि लखीमपुर से बस लेकर सीतापुर और वहां से हरिद्वार जाया जा सकता है. ये बात पता चलने पर प्रिंसिपल ने इसकी जानकारी पुलिस को दी.
पुलिस की छह टीमों ने मिलकर करीब 500 लोगों से पूछताछ की. कई बस कंडक्टर से पूछताछ की. करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. कॉलेज की छात्राओं से बातचीत की गई. इन सबसे मिले सुराग के आधार पर पुलिस की एक टीम उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के मुनी की रेती थाना क्षेत्र में भेजी गई. अंतत: चारों लड़कियों को पुलिस ने ऋषिकेश के एक होटल से बरामद कर लिया. एसपी विजय ढुल के मुताबिक, चारों छात्राएं सकुशल हैं.