
बदायूं में गैंगरेप-मर्डर और लखनऊ में दिनदाहड़े हत्या के बाद उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर फिर से सवाल उठने लगे हैं. लगातार हो रही वारदातों पर डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने अफसरों की बैठक बुलाई. पुलिस कमिश्नर के साथ, ज्वाइंट सीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी, ज्वाइंट सीपी लॉ एंड आर्डर भी मीटिंग में मौजूद रहे.
डीजीपी एचसी अवस्थी व एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने लखनऊ में पुलिसिंग की समीक्षा की. बीते दिनों से लगातार हो रही वारदातों पर डीजीपी ने नाराजगी जताई और गैंगस्टर अजीत सिंह हत्याकांड के आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए गए.
ठाकुरगंज में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या, विभूति खंड में रिटायर्ड अधिकारी के घर डकैती, विकास नगर में बद्री सर्राफ के मालिक पर फायरिंग की घटनाओं पर डीजीपी ने कार्रवाई पर जवाब तलब किया. साथ ही लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों व अफसरों को हटाने के दिए निर्देश दिए. डीजीपी ने कहा कि क्राइम इंटेलिजेंस मजबूत करें और पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए.
डीजीपी एचसी अवस्थी ने थाने स्तर पर बनी क्राइम टीम और क्राइम ब्रांच की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई. 2 घंटे चली डीजीपी की बैठक में अफसरों को पसीने आ गए. डीजीपी ने राजधानी में हो रही घटनाओं पर सख्ती से निपटने का अल्टीमेटम दिया है.
आपको बता दें कि बुधवार शाम को राजधानी के एक पॉश इलाके में दिनदहाड़े गोलीबारी से हड़कंप मच गया, जहां बेखौफ बदमाशों ने मऊ जिले की एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पति अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. अजीत, बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाता था.