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मप्र: कोलारस के जिला सहकारी बैंक में हुआ 80 करोड़ का गबन, पोल खुलते ही फरार हुआ कैशियर

कोलारस जिला सहकारी बैंक में 2013 में कर्मचारियों की कमी का हवाला देते हुए भृत्य राकेश पाराशर को कैशियर बनाया गया था. 2013 से 2021 तक वह इस पद पर गबन करता रहा. आरोप है कि राकेश ने इस घोटाले में अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों को भी शामिल कर लिया. लेकिन अब वह परिवार के साथ फरार हो गया.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
प्रमोद भार्गव
  • शिवपुरी,
  • 21 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:15 PM IST
  • कैशियर पर बैंक से 80 करोड़ रु के गबन का आरोप
  • कैशियर अपने परिवार के साथ हुआ फरार
  • 5 अन्य अधिकारी और कर्मचारी सस्पेंड

मध्यप्रदेश के शिवपुरी में कोलारस जिला सहकारी बैंक 80 करोड़ के गबन का मामला सामने आया है. आरोप है कि बैंक में काम करने वालै कैशियर ने अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया. लेकिन जब गबन का खुलासा हुआ, तो कैशियर अपने परिवार के साथ फरार हो गया. 

कोलारस जिला सहकारी बैंक में 2013 में कर्मचारियों की कमी का हवाला देते हुए भृत्य राकेश पाराशर को कैशियर बनाया गया था. 2013 से 2021 तक वह इस पद पर गबन करता रहा. आरोप है कि राकेश ने इस घोटाले में अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों को भी शामिल कर लिया. लेकिन अब वह परिवार के साथ फरार हो गया. 

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तीन महाप्रबंधको के कार्यकाल में हुआ घोटाला
राजधानी भोपाल से बैठी जांच में इस गबन का खुलासा हुआ. यह घोटाला बैंक के तीन महाप्रबंधको के कार्यकाल में होता रहा, लेकिन किसी को पता तक नहीं चला. इस मामले में 5 अधिकारियों और कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की गई है. सीसीबी बैंक के महाप्रबंधक लताकृष्णन का कहना है कि गबन के समय ध्यान नहीं देने के चलते फिलहाल कोलारस शाखा प्रभारी रामप्रकाश त्यागी, सहायक लेखपाल हरवंश शरण श्रीवास्तव और सीबीएस प्रभारी प्रभात भार्गव को निलंबित कर दिया गया है. 

इस घोटाले के दौरान शाखा प्रबंधक रहे श्रीकृष्ण शर्मा का निधन हो चुका है और एक अन्य राकेश कुलश्रेष्ठ रिटायर हो गए हैं. हालांकि, उन्होंने कहा, जो भी लोग इस घोटाले में शामिल हैं, उनके खिलाफ एक दो दिन में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. 

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