
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में एक पिता ने ही अपने बेटे की हत्या कर दी. इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी और बेटी के साथ मिलकर बेटे की लाश को ठिकाने भी लगा दिया. पुलिस ने 15 दिन बाद मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने एक रस्सी के सहारे इस केस को सुलझा लिया.
बुरहानपुर एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि घटना निबोला थाना इलाके के धुलकोट गांव की है. 5 जनवरी को रूपरेल नदी में रामकृष्ण नाम के युवक की लाश मिली थी. लाश के हाथ पैर रस्सी से बंधे हुए थे. जांच में सामने आया कि मृतक का अपने परिवार से विवाद रहता था. जांच आगे बढ़ाने पर मृतक के घर पर भी वही रस्सी मिली, जो लाश के हाथ-पैर में बंधी थी. इस आधार पर रामकृषण के पिता, मां और बहन से पूछताछ की गई. उन्होंने जुर्म स्वीकारते हुए हत्या की बात कबूल कर ली.
बाथरूम की दीवार से टकरा गया था सिर
रामकृष्ण के मां, पिता और बहन ने बताया कि उसकी सगाई हो गई थी. इसके बावजूद वह दिनभर किसी दूसरी लड़की से बात करता था. 2 जनवरी की रात करीब 10 बजे घर पर रामकृष्ण फोन पर लड़की से बात रहा था. इस बात से उसके पिता भिमान सिंह नाराज हो गए और रामकृष्ण पर चिल्लाए. दोनों के बीच विवाद हुआ. उन्होंने रामकृष्ण को चांटे मारे और धक्का दे दिया था. धक्का देने से रामकृष्ण बाथरूम की दीवार से टकराकर जमीन पर गिर गया. इसके बाद पिता ने रामकृष्ण की छाती पर जोर से लात मार दी. जब रामकृष्ण के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई तो पिता ने घबराकर रस्सी से उसके हाथ-पैर बांध दिए. इसके बाद पिता, मां जमनाबाई और बहन कृष्णा बाई ने मिलकर लाश को रूपरेल नदी मे फेंक दिया. आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया.
अशोक सोनी के इनपुट के साथ