
बॉलीवुड फिल्मों की तर्ज पर नकली पुलिस बन लोगों को ठगने वाले एक गिरोह का असली पुलिस यानि भोपाल क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया है. इस नकली पुलिस ने चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया था. हैरान करने वाली बात यह है कि यह गिरोह दो सगे भाई मिलकर चला रहे थे.
रेकी करने गए थे
क्राइम ब्रांच डीसीपी शैलेंद्र चौहान ने बताया कि 'मुखबिर से सूचना मिली कि दो लड़के लाल-काले रंग की मोटरसाइकिल से कस्तूरबा अस्पताल के सामने BHEL क्वाटरों के पास बने सूने मकानों में ताँक झाँक कर रहे हैं. दोनों लड़कों ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई है जो नकली दिख रही है. सूचना मिलने पर जब पुलिस वहां पहुंची तो पाया कि दो लोग पुलिस की वर्दी पहन मोटरसाइकिल पर सुने मकान के सामने खड़े हैं.
जल्दबाजी में पहनी थी वर्दी
पुलिसकर्मियों ने देखा कि युवकों का वर्दी पहनने का तरीका सही नहीं है. असली पुलिस को देख नकली वर्दी पहने दोनों युवक मोटरसाइकिल से भागने लगे तो घेराबंदी कर हमराह स्टाफ और राहगीरों की मदद से दोनों को पकडा गया. मोटरसाइकिल के चालक सीट पर बैठे व्यक्ति से उसका नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम जुबेर मंसूरी निवासी बब्लू उस्ताद की झुग्गी भीम नगर और पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम शुभम आट्या निवासी झुग्गी नंबर 41 स्वदेश प्रेस के पास एमपी नगर ज़ोन 1 बताया.
क्राइम ब्रांच की टीम के द्वारा संदेहियो से पुलिस का परिचय पत्र मांगा गया, परिचय पत्र नहीं होने पर पुलिस का संदेह और पुख्ता हो गया. सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों ने कबूला कि वह पुलिस की नकली वर्दी पहनकर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं.
रात को ऑटो से घटना को अंजाम
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 'पुलिस कि वर्दी पहन कर मोटरसाइकिल से कालोनियो में सुने पड़े मकान की रेकी करते थे. बाद में रात के समय ऑटो लेकर सवारी लेने के बहाने घटना को अंजाम देते थे. पुलिस की वर्दी पहने होने के कारण लोग इनपर संदेह नही करते थे. आरोपियों ने बताया कि पुलिस की वर्दी में चोरी करने का प्लान जुबेर मंसूरी का था, क्योंकि साधारण कपड़ों में कई बार पुलिस की टोका टाकी और पूछताछ का सामना करना पडता था.
कई सामान चुराकर बेचा
इसके अलावा नकबजनी के उपकरण के साथ होने से पकड़े जाने की संभावना सभावना अधिक रहती थी. इसके लिये शुभम के साथ प्लान बनाया गया. गोविन्दपुरा में रहने वाले सीआईएसएफ में दरोगा दयाशंकर भधकारे के घर वर्दी की चोरी करी और अन्य सामान पर भी हाथ साफ कर दिया. आरोपियों ने असली पुलिस दिखने के लिये बकायदा एक नकली पिस्टल भी साथ रखी थी ताकि घर वालो को डराया जा सके. इस गैंग में जुबेर मंसूरी और शुभम के अलवा जुबेर का सगा भाई शाहरूख भी शामिल था. शाहरूख मंसूरी चोरी किये गये घरेलू सामान को इंदौर में ठिकाने लगाने का काम करता है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से क्राइम ब्रांच पुलिस ने सीआईएसएफ की वर्दी, एक नकली पिस्तौल, एक रॉड नुमा ताला तोड़ने का हथियार, पेचकस, प्लास और मोटरसाईकिल बरामद की है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि इन्होंने थाना अयोध्या नगर, ऐशबाग, गोविन्दपुरा, बागसेवनिया में करीब एक दर्जन से ज्यादा चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है.