
महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख जयजीत सिंह ने खुलासा करते हुए कहा है कि मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में जांच के दौरान पाया गया कि बहुत सारी सीसीटीवी फुटेज नष्ट कर दी गई हैं. एटीएस संबंधित अदालत में जाकर सचिन वाज़े की कस्टडी लेने की कोशिश करेगी. काफी अहम सुराग हाथ लगे हैं और मोटिव पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
ATS चीफ जयजीत सिंह ने कहा आरोपी सचिन वाज़े ने आरोपों को नकार दिया है. ऐसे में एटीएस को भी काफी मेहनत करनी पड़ रही है. अभी वो एनआईए की कस्टडी में है. इस पूरी साजिश में गुजरात के अहमदाबाद से खरीदे गए सिम कार्ड इस्तेमाल किए गए. गुजरात के कई सिम कार्ड बुकी नरेश के पास से बरामद किए गए हैं. ऐसा ही सिम कार्ड आरोपी इस्तेमाल कर रहा था.
एटीएस प्रमुख ने बताया कि सचिन वाज़े की वॉल्वो कार को दमन से बरामद किया गया और उसे मुंबई लाया गया है. अब उस कार की जांच की जा रही है. इस काम के लिए फोरेंसिक साइंस लैब की मदद भी ली जा रही है. इस मामले में बुकी नरेश और विनायक शिंदे को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
जयजीत सिंह ने कहा कि इस मामले में बरामद की गई सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखा गया है. लेकिन बहुत सारी सीसीटीवी फुटेज नष्ट कर दी गई है. जो फुटेज बरामद की गई, उसकी जांच की जा रही है. कई गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं. अभी भी एटीएस की कार्रवाई जारी है.
उन्होंने बताया कि सचिन वाज़े की एनआईए रिमांड 25 मार्च को खत्म हो रही है. इसके बाद वे संबंधित अदालत में उसकी कस्टडी लेने की कोशिश करेंगे. आपको बता दें कि अभी तक एटीएस सचिन वाज़े से पूछताछ नहीं कर पाई है.
NIA कोर्ट में बोली- हमें दिया जाए मनसुख मर्डर केस
उधर, एंटीलिया मामले की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कोर्ट में कहा कि मनसुख हिरेन हत्याकांड केस हमें दिया जाए. एनआईए के एक सीनियर अफसर के मुताबिक हमें अभी तक ATS ने कोई डॉक्युमेंट नहीं दिए हैं.