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Gujarat: सूरत में आर्थिक समस्या से परेशान परिवार के तीन सदस्यों ने जहर खाकर दे दी जान

गुजरात के सूरत में खुदकुशी की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक शख्स और उसके माता-पिता ने आर्थिक समस्या की वजह से जहर खाकर जान दे दी. इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आत्महत्या की वजह लिखी गई है.

गुजरात के सूरत में खुदकुशी की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. गुजरात के सूरत में खुदकुशी की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है.
aajtak.in
  • सूरत,
  • 08 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 8:13 PM IST

गुजरात के सूरत में खुदकुशी की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक शख्स और उसके माता-पिता ने आर्थिक समस्या की वजह से जहर खाकर जान दे दी. इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आत्महत्या की वजह लिखी गई है. पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस मामले की जांच की जा रही है.

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सहायक पुलिस आयुक्त डीएस पटेल ने बताया कि मृतकों की पहचान हर्ष सासंगिया (30) और उनके माता-पिता भरतभाई सासंगिया (55) और वनिताबेन सासंगिया (50) के रूप में हुई है. तीनों ने शुक्रवार देर रात अमरोली स्थित अपने फ्लैट में जहर खाकर आत्महत्या कर ली. आर्थिक समस्या से उबरने के लिए इस परिवार ने अपना फ्लैट बिक्री के लिए रखा था. एक खरीदार ने एडवांस भी दे दिया था.

हालांकि, उनका फ्लैट लोन पर था, जिसका भुगतान नहीं किए जाने की वजह से बैंक दबाव बना रहा था. फ्लैट पर लोन की बात पता चलते ही खरीदार ने अपना मन बदल लिया. वो सासंगिया परिवार से अपना पैसा मांगने लगा. उनके फ्लैट का सौदा 22 लाख रुपये में तय हुआ था. खरीदार ने अग्रिम भुगतान के तौर पर एक लाख रुपए दिए थे. इन पैसों को परिवार खर्च चुका था.

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अमरोली पुलिस थाने के निरीक्षक जेबी वनार ने बताया कि एटवांस के पैसे खर्च हो जाने और बैंक लोन नहीं चुकाने की स्थिति में सासंगिया परिवार के तीनों सदस्यों ने जहर खा लिया. इसके बाद उनमें से एक ने पड़ोसी को फोन करके इसकी जानकारी दी. पड़ोसी तीनों को लेकर आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया. लेकिन वहां जाने के बाद डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया.

बताते चलें कि पिछले साल अगस्त में सूरत में एक ही परिवार की तीन महिलाओं ने जहर खाकर खुदकुशी का प्रयास किया था. पीड़ित परिवार का एक सदस्य चोरी के आरोप में थाने में बंद था. यह घटना शहर के महिदपुर इलाके में हुई. यहां रहने वाले दिलीप करसन वाढ़ेर पर चोरी का आरोप लगा था. इसका विरोध करने के लिए परिवार के तीनों सदस्यों ने यह कदम उठाया था. 

चोरी के आरोपी दिलीप करसन वाढ़ेर की भाभी ने थाने के बाहर जहर पिया, जबकि उसकी मां और पत्नी ने घर पर जहरीली दवा खा ली. इस मामले पर डीसीपी पिनाकिन परमार ने बताया था कि दिलीप चोरी के आरोप में पुलिस हिरासत में था. उसका परिवार इस आरोप को झूठा बताकर उसे रिहा करने की मांग की थी. लेकिन पुलिस के इनकार के बाद तीनों ने ये कदम उठाया था.

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