
गोवा में अब तक के सबसे बड़े ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने 11.67 करोड़ रुपए की कीमत की हाइड्रोपोनिक वीड बरामद की है. इस मामले में एक ड्रग्स तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने दावा किया कि यह तटीय राज्य के इतिहास में ड्रग्स की सबसे बड़ी जब्ती है. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी इस बड़ी सफलता पर पुलिस की सराहना की है.
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "गोवा के सबसे बड़े ड्रग भंडाफोड़ के लिए क्राइम ब्रांच को बधाई. ये एक बड़ी सफलता है. क्राइम ब्रांच ने एक ड्रग रैकेट का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया है, जिसमें 11.67 करोड़ रुपये की कीमत के 11.672 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. ये हमारी पुलिस के अथक प्रयासों का प्रमाण है."
गोवा पुलिस की क्राइम ब्रांच के मुताबिक, आरोपी ड्रग्स तस्कर को शनिवार को पणजी और मापुसा शहर के बीच स्थित गुरिम गांव से गिरफ्तार किया गया. यह गोवा के इतिहास में ड्रग्स की सबसे बड़ी जब्ती है. आरोपी शख्स के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. उससे पूछताछ करके उसके नेटवर्क की जानकारी ली जा रही है.
हाइड्रोपोनिक वीड एक तरह का नशीला पदार्थ होता है. ये गांजा की श्रेणी में आता है. इसे पानी में उगाया जा सकता है. हाइड्रोपोनिक वीड सामान्य सूखे ड्रग्स से ज्यादा महंगा होता है. इंटरनेशनल लेवल पर इसकी मांग बहुत है. यही वजह है कि इसकी तस्करी खूब होती है. इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में गोवा पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स सेल ने 98 लाख रुपए की कीमत की एलएसडी ब्लॉट पेपर जब्त किए थे.
इस बरामदगी के सिलसिले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था. एंटी-नारकोटिक्स सेल के एक अधिकारी ने बताया था कि ये गोवा पुलिस द्वारा की गई सबसे बड़ी एलएसडी की बरामदगी है. पिछले 12 दिनों में एएनसी ने यह पांचवीं ड्रग बरामदगी की है. इसके साथ ही जब्त की गई ड्रग्स की कुल कीम 1.25 करोड़ रुपए हो गई. आरोपी पिछले कुछ वर्षों से गोवा में रह रहा था.
आरोपी डार्कनेट के माध्यम से ड्रग्स की बड़ी खेप खरीदता और उन्हें अपने ग्राहकों को सप्लाई करता था. इसकी सूचना पर उत्तरी गोवा जिले के अंजुना बीच गांव में छापेमारी की गई, जिसमें 1,825 एलएसडी ब्लॉट पेपर जब्त किए गए. इनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 98 लाख रुपए थी. एलएसडी या लिसर्जिक एसिड डायथाइलैमाइड एक सिंथेटिक केमिकल आधारित ड्रग है. इसे मतिभ्रम होता है.