
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी इलाके में रिश्तों को शर्मसार करने वाली दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां कलयुगी पिता ने अपनी बेटी (7) के साथ रेप करने के बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने पड़ोसी को फंसाने के लिए झूठी कहानी गढ़ डाली. आरोपी की पहचान ज्ञान सिंह के रूप में हुई है. उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
सहायक पुलिस आयुक्त (अंकुर विहार) अजय कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी ने 12 मार्च को पुलिस के सामने दावा किया कि पड़ोसी शांति देवी के घर कढ़ी खाने के बाद उसकी बेटी की मौत हो गई. उसने यह भी आरोप लगाया कि उसकी पत्नी और पांच अन्य बच्चे भी कढ़ी खाने के बाद बीमार हो गए. आरोपी की शिकायत के बाद पुलिस ने शांति देवी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 के तहत केस दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया था.
पीड़िता को इलाज के लिए दिल्ली के जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इलाज के बाद उसके बाकी पांच बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. आरोपी ने बेटी का पोस्टमार्टम करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. वो उसका शव वापस घर ले आया. लेकिन संदेह होने पर पुलिस ने स्थानीय एमएमजी जिला अस्पताल में जबरन लड़की के शव पोस्टमार्टम कराया, जहां रिपोर्ट में मौत की वजह सामने आ गई.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न और गला घोंटने की पुष्टि हो गई. इसके बाद सोमवार को लोनी पुलिस ने सेवा धाम में जीडीए पार्क के पास से आरोपी ज्ञान सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के द्वारा पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि 12 मार्च की रात को यौन उत्तेजना के कारण उसने अपनी बेटी के साथ बलात्कार किया. उसके बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. पड़ोसी को फंसाने की नाकाम कोशिश भी की थी.
बताते चलें कि पिछले साल अक्टूबर में गाजियाबाद में दो नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. पीड़ित लड़कियों की मां की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी सौतेला पिता था. वो पिछले छह महीने से नाबालिग बेटियों को अपनी हवस का शिकार बना रहा था. इस खुलासे ने लोगों को दंग कर दिया था.