
बिहार में अपराधियों को हौसले इतने बुलंद है कि उनके सामने पुलिसवाले भी सुरक्षित नहीं हैं. आम लोगों को छोड़िए बदमाश पुलिसवालों पर भी जानलेवा हमला करने से नहीं चूकते हैं. ताजा मामला, दरभंगा जिले का है, जहां एक युवक ने थाने में ही आग लगा दी. उस वक्त पुलिसकर्मी अपने बैरक में सो रहे थे. वो तो भला कहिए थाने के एक प्रहरी का, जिसने समय रहते शोर मचा दिया. उसके बाद मची अफरा-तफरी के बीच लोगों की मदद से पुलिसकर्मियों ने आग पर काबू पाया. इस मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस अधिक्षक पहुंच गए. सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद आरोपी शख्स का पता चला. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, दरभंगा जिले के मोरो थाने में एक युवक धर्मेंद्र ठाकुर अपने भाई की गुमशुदगी की शिकायत लेकर आया था. एक झगड़े के बाद उसका भाई लापता हो गया था. वो इस मामले में केस दर्ज कराकर अपने भाई की खोजबीन कराना चाहता था. लेकिन किसी वजह से थाने में उसकी शिकायत दर्ज नहीं हो पाई, जिसकी वजह से वो नाराज हो गया. बताया जा रहा है कि भाई की तलाश में वो थाने के अंदर ही मौजूद रहा. देर रात होने पर उसने थाना परिसर में छोटे कंटेनरों में रखे कुछ ज्वलनशील पदार्थों को देखा. इसके बाद उसने उसे पूरे पुलिस स्टेशन में फैलाकर आग लगा दी. आग लगने के बाद हर तरफ अफरा-तफरा मच गई.
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई आरोपियों की करतूत
एक पुलिस प्रहरी की सजगता की वजह से बैरक में सो रहे पुलिसकर्मी जग गए. सबने मिलकर आग पर काबू पाया. इस तरह एक बहुत बड़ी वारदात होने से बच गई. इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया. उसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी मौजूद था. घटना की सूचना मिलते ही एसपी सहित कई बड़े पुलिस अफसर थाने पर पहुंचे. सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद आरोपियों के बारे में पता चल गया. इस घटना के कुछ घंटों बाद ही मुख्य आरोपी धर्मेंद्र ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन उसके सहयोगी अरुण यादव की तलाश की जा रही है. इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस केस की जांच कर रही है.
बैरक तक फैली आग, जहां सो रहे थे पुलिसकर्मी
थाने पर पहुंचे दरभंगा के सिटी एसपी सागर कुमार ने बताया कि इस वारदात के बाद थाने में मौजूद सीसीटीवी की जांच की गई, जिसमें एक युवक रविवार रात को 12.21 से 12.54 के बीच आग लगाते हुए नजर आया. आग जल्द ही उस बैरक तक फैल गई जहां पुलिसकर्मी सो रहे थे. ऑन-ड्यूटी कर्मियों ने तुरंत आग पर काबू पा लिया. इस मामला में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि आरोपियों ने अचानक थाने में आग क्यों लगा दी. एक अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने के लिए भी जांच शुरू कर दी गई है कि क्या किसी ऑन-ड्यूटी कर्मी ने लापरवाही बरती, जिसके कारण यह घटना हुई.
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पुलिस टीम पर हमला कर चुके हैं शराब माफिया
बताते चलें कि इसी साल अगस्त में दरभंगा जिले में ही पुलिस टीम पर शराब माफियाओं ने हमला किया था. पुलिस की टीम उनको गिरफ्ता करने के लिए पहुंची थी. घटना तिलकेश्वर स्थान ओपी क्षेत्र के सिमराहा गांव की है. लोगों का कहना था कि पुलिस शराब माफियाओं पर छापेमारी करने गई थी. इस दौरान पुलिस ने मोहन सदा को 6 लीटर शराब के गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उसको गिरफ्तार कर जब उसे लेकर लरझा गांव के रास्ते लौट रही थी, इसी दौरान 20 से 25 लोगों ने शराब के उस धंधेबाज को छुड़ाने के लिए पुलिस बल के वाहन को घेरकर पहले गाली गलौज किया और फिर अचानक पुलिस वाहन पर हमला कर दिया.
माफिया को छुड़ाने के लिए पुलिस वाहन हमला
इस दौरान पुलिस वाहन में बैठे पुलिस पदाधिकारी और जवान घायल हो गए. उन लोगों ने पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. पुलिस का कहना था कि शराब माफिया मोहन सदा लैरझा गांव से ही देसी शराब लेकर बेचा करता था. उसकी गिरफ्तारी पर उसके परिजनों और समर्थकों ने हमला कर उसे छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन वे लोग उसे छुड़ाने में सफल नही हो सके. पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने ले आई. उनके द्वारा किए गए हमले में पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई. एसएसपी अवकाश कुमार का कहना था कि पुलिस टीम शराब माफियाओं पर छापामारी करने गई गई थी. इसी दौरान पुलिस की गाड़ी पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था.