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असम-मेघालय सीमा पर हिंसक झड़प, फायरिंग में 6 की मौत, 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सस्पेंड

असम और मेघालय सीमा पर हिंसक झड़प का केस फिर सामने आया है. बताया जा रहा है कि असम फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने मंगलवार सुबह 3 बजे मेघालय सीमा पर अवैध तरीके से लकड़ियां ले जा रहे ट्रक को रोका था. जब ट्रक ने भागने की कोशिश की, तो फॉरेस्ट गार्ड ने फायरिंग की और ट्रक का टायर पंचर हो गया. इसके बाद भीड़ ने फॉरेस्ट गार्ड को घेर लिया और फायरिंग हो गई.

फोटो अगस्त 2021 में असम-मेघालय सीमा पर हुए विवाद के दौरान का है. फोटो अगस्त 2021 में असम-मेघालय सीमा पर हुए विवाद के दौरान का है.
aajtak.in
  • शिलांग/दिसपुर,
  • 22 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:18 PM IST

असम और मेघालय के बीच एक बार फिर सीमा विवाद को लेकर हिंसक झड़प सामने आई है. ताजे विवाद में हुई फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों मेघालय के 5 लोग और एक फॉरेस्ट गार्ड शामिल है. घटना कोई बड़ा रूप न ले ले. इसलिए मेघालय सरकार ने एहतियातन 7 जिलों में 48 घंटे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है.

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एजेंसी के मुताबिक असम फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने मंगलवार सुबह 3 बजे मेघालय सीमा पर अवैध तरीके से लकड़ियां ले जा रहे ट्रक को रोका था. जब ट्रक ने भागने की कोशिश की, तो फॉरेस्ट गार्ड ने फायरिंग की और ट्रक का टायर पंचर हो गया. इस दौरान तीन लोग गिरफ्तार हुए थे.

बताया जा रहा है कि बाकी लोग भागने में सफल हो गए थे. इसके बाद फॉरेस्ट गार्ड ने घटना के बारे में जिरिकेंडिंग थाने में जानकारी दी और अतिरिक्त पुलिसबल की मांग की. जब पुलिस टीम पहुंची तो वहां मेघालय से बड़ी संख्या में लोग हथियार लेकर पहुंच गए.

पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने गिरफ्तार लोगों को छोड़ने की मांग करते हुए फॉरेस्ट गार्ड और पुलिस टीम का घेराव कर लिया. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण करने के लिए फायरिंग की.

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मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बताया कि कुल 6 लोग मारे गए हैं. इनमें से एक फॉरेस्ट गार्ड है और 5 लोग मेघालय के रहने वाले हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में मेघालय पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. सीएम संगमा के मुताबिक, वेस्ट जैंतिया हिल्स, ईस्ट जैंतिया हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, री-भोई, ईस्टर्न वेस्ट खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स और साउथ वेस्ट खासी हिल्स जिलों में इंटरनेट पर रोक लगाई गई है.

अमित शाह की मौजूदगी में हुआ था करार

बता दें कि 29 मार्च 2022 को असम और मेघालय के बीच 50 साल से चले आ रहे सीमा विवाद पर गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में समझौता हुआ था. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, सांसद दिलीप सेकिया और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने राजधानी दिल्ली में गृहमंत्री शाह से मुलाकात की थी. इस दौरान सीमा विवाद का हल निकालने के लिए एक करार किया गया था.

इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि दोनों राज्यों की 70 प्रतिशत सीमा आज विवाद से मुक्त हो गई. दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री ने बताया कि आगे का विवाद भी हम बातचीत के जरिए सुलझा लेंगे. उन्होंने कहा कि आज बहुत बड़ा काम हुआ है. शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री और उनकी टीम को पीएम मोदी और भारत सरकार की तरफ से धन्यवाद कहा था. उन्होंने कहा था कि विकसित नॉर्थ ईस्ट का जो सपना पीएम मोदी ने देखा है, वह जल्द ही साकार होगा.

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ये सीमा विवाद नया नहीं

मेघालय के बनने के बाद ही ये विवाद शुरू हो गया था. असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के 12 साल के कार्यकाल के दौरान, सीमा विवाद खास मामलों में से एक था.

दरअसल, असम सरकार का एक गेस्ट हाउस जिसे तरुण गोगोई आधिकारिक निवास के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे, वह भी विवादों में आ गया था. यह गेस्ट हाउस खानापारा-पिलंगकाटा ब्लॉक में एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है. मेघालय इस इलाके को अपना बताता रहा है.

यह सरकारी गेस्ट हाउस, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सम्मेलन में हिस्सा लेने गुवाहाटी आए एक वीआईपी के लिए 1976 में बनवाया गया था. मेघालय ने हमेशा इस बात का ध्यान रखा कि मौजूदा रिकॉर्ड इस जमीन पर उसके दावे को साबित करें.

(इनपुट: अफ्रीदा)

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