
थाईलैंड की 41 वर्षीय स्पा वर्कर युवती की कोरोना से मौत के मामले में दिनभर चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस मामले की अनसुलझी गुत्थियों को सुलझाने के लिए लखनऊ पुलिस की अलग टीम भी बन गई है जो लगातार जांच में लगी है. पर कई ऐसे सवाल भी हैं जिनके जवाब नहीं हैं.
इस मामले को लेकर लोकल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एलआईयू) पर भी सवाल उठ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक किसी भी विदेशी के शहर आने पर एलआईयू के पास ब्योरा दर्ज करवाना जरूरी है. इसके अलावा एलआईयू भी विदेशी टूरिस्ट की निगरानी करती है. खासकर कोरोना काल में एलआईयू को विदेशी युवती पर नजर रखनी चाहिए थी. बावजूद इसके पूरे मामले में एलआईयू की टीम अनजान कैसे बनी रही? विदेश से आई युवती क्वारनटीन हुई या नहीं? पॉजिटिव आने के बाद उसकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हुई या नहीं? जिम्मेदारों के पास जवाब नहीं.
डीसीपी ईस्ट संजीव सुमन ने आजतक को बताया कि थाई महिला सर्टिफाइड थेरेपिस्ट है. स्पा की वर्कर थी. यहां एक स्पा चलता है, वहां पर काम करती थी. उसके पास इन सब चीजों के कागज भी थे. उन्होंने बताया कि पहले भी थाई महिला लखनऊ में आती रही है. उन्होंने बताया कि सलमान स्पा सेंटर का मैनेजर है और इसके मालिक राकेश शर्मा हैं. राकेश के कहने पर ही सलमान ने युवती को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था, क्योंकि वो उसके स्पा में काम करती थी.
सूत्रों के मुताबिक, लखनऊ पुलिस ने थाई युवती की कॉल डिटेल के आधार पर राजस्थान निवासी उसके मित्र राकेश शर्मा से भी संपर्क किया है. युवती की लखनऊ में मदद करने वाले गाइड सलमान ने बताया था कि राकेश के कहने पर ही युवती की सहायता की थी. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के अनुसार गाइड सलमान और कुछ दूसरे लोगों से भी पूछताछ की जा रही है.
लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने आजतक को बताया कि युवती की मौत के संबंध में सांसद का पत्र मिला है. हालांकि, पत्र मिलने से पहले ही जांच के आदेश दे दिए गए थे. सांसद ने जिन मुद्दों को उठाया है उस पर गहनता से जांच चल रही है.
हालांकि, इस पूरे मामले में पुलिस दो दिन तक खामोश रही. पुलिस की चुप्पी ने भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं. आम घटनाओं में तेजी दिखाने वाली लखनऊ पुलिस विदेशी युवती की मौत की छानबीन से कतराती रही. हालांकि, हंगामा बढ़ता देख रविवार रात को पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए. बताया जा रहा है कि युवती कई दिन तक हजरतगंज के एक होटल में ठहरी थी. इस बीच उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
मामला समाचार फैलाकर सनसनी मचाने और प्रतिष्ठित लोगों की छवि धूमिल करने वाले गैंग से जुड़ा हुआ लग रहा है. दूसरी ओर थाईलैंड की युवती को अस्पताल में भर्ती कराने वाले युवक सलमान ने युवती के जिस्म फरोशी के धंधे से जुड़े होने को गलत बताया है. थाईलैंड की युवती के लखनऊ आकर कोरोना से मौत होने का मामला पहले दिन से कॉलगर्ल रैकेट से जुड़ने की वजह से चर्चा में छाया रहा.
रविवार सुबह समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने जब ट्वीट कर आरोप लगाया कि थाईलैंड की जिस युवती की लखनऊ में मौत हुई है उसे तो भारतीय जनता पार्टी के सांसद और बिल्डर संजय सेठ के बेटे ने लखनऊ बुलाया था. उनके आरोप लगाने के बाद मामला सनसनीखेज बन गया. आखिरकार शाम को भाजपा सांसद संजय सेठ का पत्र सार्वजनिक हुआ जो उन्होंने पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर को भेजा था.
इस पत्र में उन्होंने कहा कि उन्हें अपने कुछ मित्रों से मालूम हुआ कि सोशल मीडिया पर इस तरह की चर्चा की जा रही है कि थाईलैंड की लड़की को उनके बेटे ने बुलाया था. इस पर आपत्ति जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि सपा नेता आईपी सिंह के ट्वीट को कई पत्रकारों ने रीट्वीट किया है. वॉटसएप पर भी इसे फैलाया जा रहा है. इस तरह की गतिविधि रुकनी चाहिए.
तो वहीं, सलमान के बयानों में भी दो दिनों में बदलाव आया. कल तक सलमान का कहना था कि वो इस युवती को नहीं जानता था और आज पुलिस ने बताया कि वो उसी स्पा सेंटर का मैनेजर था. कल तक सलमान के मुताबिक, युवती यहां घूमने आई थी. सवाल ये कि जब लखनऊ सबसे ज्यादा कोरोना से त्रस्त है तभी वो घूमने क्यों आएगी? इसके अलावा आज सलमान ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वो यहां आती रहती थी. सूत्रों की माने तो स्पा सेंटर के मालिक राकेश शर्मा को लखनऊ पुलिस यहां बुलाकर पूछताछ शुरू करने वाली है. शायद इसके बाद ही कुछ सवालों के जबाव मिल पाए.