
मध्य प्रदेश में मंडला जिले से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां परिजनों को मरीज के शव बाइक पर ले जाना पड़ा. हालांकि अस्पताल का कहना है कि निजी वाहन उपलब्ध कराया गया था लेकिन परिजन शासकीय वाहन की मांग कर रहे थे.
दरअसल, बम्हनी बंजर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चेतराम यादव नामक व्यक्ति को सीने की दर्द की शिकायत के बाद लाया गया था लेकिन चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
चेतराम यादव के बेटे का कहना है कि पिता की मौत के बाद परिजनों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से शव ले जाने के लिए वाहन की मांग की. काफी निवेदन के बाद भी शव ले जाने के लिए कोई वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया.
एंबुलेंस के ड्राइवर को बुखार थाः डॉ. सरोते
वहीं, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. के. सी. सरोते का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शव वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. एंबुलेंस का ड्राइवर वैक्सीन का टीका लगवाने के बाद बुखार आ जाने की वजह से छुट्टी पर था. शव ले जाने के लिए निजी वाहन उपलब्ध कराया गया था लेकिन उनकी जिद थी कि वो शासकीय वाहन से ही शव ले जाएंगे. काफी समझाने के बाद भी वो नहीं माने और शव को बाइक पर ही ले गए.
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बम्हनी बंजर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चेतराम यादव की मौत के बाद परिजन उनके शव को बाइक से ही अपने घर ले गए. दरअसल, चेतराम यादव को सीने में दर्द की शिकायत की वजह से उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था. स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सीय परीक्षण में उन्हें मृत घोषित कर दिया था.
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