
MP Crime News: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है. जहां एक गांव में आपसी विवाद को लेकर एक 30 वर्षीय महिला को घर से खींचकर उसकी सरेआम पिटाई की गई और फिर उसके कपड़े उतारकर उसे गांव में घुमाया गया. इस घटना को अंजाम देने वाले कोई पुरुष नहीं बल्कि महिलाएं हैं. इस वारदात के सामने आने के बाद पुलिस ने चार आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार किया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटना एक होली समारोह के दौरान हुई. जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इंदौर जिले के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील मेहता ने पीटीआई को बताया कि सोमवार को गौतमपुरा थाना क्षेत्र के बछौरा गांव में चार महिलाओं ने पीड़िता को जबरन उसके घर से बाहर निकाला, उसकी पिटाई की और सार्वजनिक रूप से उसे नग्न कर अपमानित किया.
SP सुनील मेहता ने बताया कि सभी चार आरोपी महिलाओं को घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. बुधवार को खुद पुलिस अधीक्षक मेहता ने गांव का दौरा किया और कहा कि अब वहां शांति बनी हुई है. लेकिन पीड़ित महिला अपने अपमान से परेशान होकर अपने माता-पिता के घर चली गई है. एक आरोपी को शक था कि पीड़िता अपनी सास को उसके खिलाफ भड़का रही है.
पुलिस अधिकारी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें यह भी शक था कि पीड़िता अपनी सास को बिना बताए मंदसौर ले गई थी. पीड़ित और आरोपी महिलाएं अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग से हैं. पुलिस के मुताबिक, गांव के कुछ तमाशबीन लोगों ने इस अपमानजनक कृत्य का वीडियो बनाया और उसे प्रसारित कर दिया.
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील मेहता ने कहा कि अब उन लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाए जाएंगे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपी महिलाओं ने पीड़िता को उसके घर से खींचकर बाहर निकाला और उसके कपड़े उतार दिए. घटना के वक्त पीड़ित महिला रहम की गुहार लगाती रही, लेकिन आरोपी नहीं पसीजे और उन्होंने सरेआम उसके कपड़े फाड़कर उसे निर्वस्त्र कर दिया.
आरोपी पीड़ित महिला को उसी हालत में गांव के आम रास्ते से कुछ दूर तक ले गए. और उसे गांव में घुमाया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 354-ए (यौन उत्पीड़न) और 452 (गलत तरीके से रोकना और हमला करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.