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भिंड: मंदिर से चोरी हुए 'शनिदेव', पुलिस ने पुजारी को सौंप दी यमराज की मूर्ति

मध्य प्रदेश के भिंड में हाल ही में एक एक मंदिर से शनि देव की मूर्ति चोरी हो गई थी. मंदिर के पुजारी और अन्य लोगों ने इसे लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. फिर जब पुलिस एक मूर्ति लेकर मंदिर आई तो पुजारी ने कहा कि यह चोरी हुई मूर्ति नहीं है. इसलिए इसे मंदिर में स्थापित नहीं किया जाएगा. वहीं, लोगों ने भी कहा कि यह मूर्ति शनि देव की नहीं, बल्कि यमराज की है.

सांकेतिक तस्वीर. सांकेतिक तस्वीर.
हेमंत शर्मा
  • भिंड,
  • 06 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 3:04 PM IST
  • भिंड के मंदिर से चोरी हुई भगवान शनि की मूर्ति
  • पुलिस यमराज की मूर्ति लेकर पहुंच गई मंदिर
  • पुजारी ने मंदिर में मूर्ति स्थापित करने से किया मना

मध्य प्रदेश की भिंड पुलिस अपनी एक कार्रवाई को लेकर जनता के बीच हंसी का पात्र बन गई है. मामला लहार के एक मंदिर से चोरी हुई शनिदेव की मूर्ति से जुड़ा हुआ है. यहां नवग्रह मंदिर से शनिदेव की मूर्ति चोरी हो गई थी. लेकिन पुलिस जिस मूर्ति को बरामद करके मंदिर लाई वह मूर्ति यमराज की निकली.

दरअसल, 21 जनवरी को लहार के भाटन ताल के पास स्थित नवग्रह मंदिर से कुछ अज्ञात चोर शनिदेव की मूर्ति को चोरी करके ले गए. चोरी की जानकारी जैसे ही इलाके के लोगों को लगी तो लोगों में इस वारदात को लेकर गुस्सा पनपने लगा. पुलिस ने मंदिर के पुजारी की शिकायत पर चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और अज्ञात चोरों की तलाश शुरू कर दी.

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बीते रोज लहार एसडीओपी अवनीश बंसल एक मूर्ति को लेकर नवग्रह मंदिर पर पहुंचे. अवनीश बंसल ने बताया कि रौन थाना इलाके के मणि जेतपुरा गांव के पास खेत से यह मूर्ति मिली है. उन्होंने बताया कि यह वही मूर्ति है जो चोरी गई थी. लेकिन जब मंदिर के पुजारी ने मूर्ति देखी तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया कि यह शनिदेव की मूर्ति नहीं है.

लोग पुलिस द्वारा लाई मूर्ति को स्थापित करने को तैयार नहीं
जब दूसरे लोगों ने भी मूर्ति को देखा तो पुलिस की कलई खुल गई. जिस मूर्ति को शनिदेव की मूर्ति बताकर पुलिस बरामद करके लाई थी वह मूर्ति असल में यमराज की निकली. मंदिर के पुजारी और श्रद्धालु पुलिस द्वारा लाई गई यमराज की मूर्ति को मंदिर में स्थापित करने के लिए तैयार नहीं हैं.

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'शनिदेव नहीं, बल्कि यमराज की है मूर्ति'
पुजारी का कहना है कि मंदिर से जो मूर्ति चोरी हुई है वह शनिदेव की है. लेकिन पुलिस जो मूर्ति लाई है वह शनिदेव की नहीं है.असली मूर्ति जब बरामद होगी, उसे ही मंदिर में स्थापित किया जाएगा. वहीं, जिन श्रद्धालुओं ने यहां पूजा की है उनका साफ तौर पर कहना है कि यह मूर्ति शनिदेव की नहीं बल्कि यमराज की है. अब जब पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे तो पुलिस भी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है.

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