
मुंबई फेक वैक्सीनेशन कैंप के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. महाराष्ट्र पुलिस ने बारामती से गिरोह के मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया. इस केस में यह 12वीं गिरफ्तारी है. फेक वैक्सीनेशन कैंप मामले में अब तक 10 एफआईआर लिखी जा चुकी है. इस पूरे फेक कैंप में कुछ हॉस्पिटल की संलिप्तता का भी शक है.
बारामती पुलिस की मदद से 12वें आरोपी को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अंधेरी के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के पूर्व कर्मचारी राजेश पांडेय को पुलिस ने बारामती से गिरफ्तार किया है. पांडेय प्राइवेट अस्पताल के सेल्स डिपार्टमेंट में काम करता था.
पुलिस का कहना है कि अस्पताल के नाम पर राजेश पांडेय लोगों का विश्वास जीतता था और फेक वैक्सीनेशन कैंप के लिए अस्पताल की आधिकारिक ईमेल आईडी का इस्तेमाल करता था. मामला सामने आने के बाद पांडेय फरार हो गया और अस्पताल ने उसे तत्काल सेवा से हटा दिया था. मामले में राजेश पांडेय की गिरफ्तारी बेहद अहम है.
पुलिस का कहना है कि राजेश पांडेय शुरू से ही मुख्य आरोपी और रैकेट का हिस्सा रहा है. वह वांछित था, आखिरकार पुलिस ने उसे बारामती से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की. आज उसे मुंबई लाया जाएगा और बाद में पुलिस हिरासत में अदालत में पेश किया जाएगा.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि राजेश पांडेय का बयान काफी अहम होगा और वह फर्जी टीकाकरण के बारे में बहुत कुछ बता सकता है. इस मामले में विशेष एसआईटी अब उन खाली शीशियों की तलाश कर रही है जिनका इस्तेमाल नकली टीकाकरण अभियान चलाने के लिए किया गया था.
इस मामले में अब तक कुल 12 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और मामले में कुल 10 प्राथमिकी दर्ज की गई है.