
एमआरए मार्ग थाना पुलिस ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सीनियर मैनेजर से धोखाधड़ी कर एक लाख रुपये ऐंठने के आरोप में झारखंड के जामताड़ा से दो शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि इस मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा था. ये चार झारखंड के करमाटार गांव के रहने वाले हैं. जिसमें से दो आरोपी नाबालिग हैं. इसलिए उनके माता-पिता और दो अन्य को नोटिस दिया है. पुलिस को छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से अलग-अलग 14 हैंडसेट में इस्तेमाल की गईं 25 सिम मिली हैं.
15 जनवरी को किया था कॉल: पीड़ित
पीड़ित ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा कि उसे 15 जनवरी को अज्ञात व्यक्तियों का कॉल आया. जिन्होंने दावा किया कि वो उसके क्रेडिट कार्ड से एक ऐप एक्टिव है. अगर वो इसको बंद नहीं करेंगे तो उनके पैसे कटेंगे. इसके बाद उन्होंने पीड़ित से उस ऐप को बंद करते की बात कही, जिससे उन्हें पैसे बचाने में मदद मिलेगी.
'ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई लाए गए आरोपी'
साइबर डिटेक्शन अधिकारी पुलिस उप-निरीक्षक एकनाथ पॉलबुधे ने कहा, सभी चार आरोपी झारखंड के करमाटार गांव के रहने वाले हैं. इनमें से दो नाबालिग हैं, इसलिए हमने उनके माता-पिता को नोटिस दिया है, जबकि दो अन्य आरोपियों को पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. और उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया गया है. उन्हें अदालत ने 6 अप्रैल तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया है.
कस्टमर केयर कर्मी बनकर आरोपियों ने की बात
पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने खुद को आईसीआईसीआई बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बन कर बात की और पीड़ित से दो लेनदेनों में एक लाख रुपये ऐंठ लिए. आरोपियों ने पीड़ित को आईसीआईसीआई बैंक की एक एपीके फाइल भेजी, जिसे उन्होंने डाउनलोड किया और अपने क्रेडिट कार्ड विवरण, सीवीसी भरने के लिए कहा गया, जिसे उन्होंने साझा कर दिया और कुछ मिनट बाद उनके खाते से पैसे निकाल लिए. इसके बाद पीड़ित द्वारा आरोपियों के नंबर पर कॉल किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.
पॉलबुधे ने कहा, हमारी टीम लगातार उनके आईएमईआई नंबर, सीडीआर और लोकेशन का पता लगा रही थी. गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों में कॉल करने वाला रवि मंडल, खाताधारक और लाभार्थी संतोष शर्मा हैं. इस मामले में अभी भी तीन और लोग वांछित हैं. आरोपियों पर लॉकडाउन के बाद से धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.