
गाजियाबाद के मुरादनगर श्मशान घाट हादसे की जांच SIT करेगी. योगी सरकार ने पूरे मामले की जांच SIT को सौंप दी है. SIT अफसरों की लापरवाही और घटना से जुड़े सभी तथ्यों की जांच करेगी. गौरतलब है कि रविवार को मुरादनगर में श्मशान की छत गिरने के कारण 25 लोगों की मौत हो गई थी.
उखलारसी गांव में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर परिजन और सगे संबंधी मृतक का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट लेकर पहुंचे थे. परिजन मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर ही रहे थे तभी श्मशान घाट की छत भरभरा कर गिर गई.
ठेकेदार अजय त्यागी से पहले पुलिस ने मुरादनगर नगरपालिका की ईओ निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार किया था. इनके खिलाफ धारा 304, 337, 338, 427, 409 के तहत मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. पुलिस ने अपनी जांच में श्मशान घाट में छत बनाने वाले ठेकेदार, नगरपालिका के इंजीनियर और अफसरों को लापरवाह पाया था.
इधर, सीएम योगी ने मंगलवार को घटना के लिए जिम्मेदार इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ एनएसए लगाने का आदेश दिया. साथ ही पूरे नुकसान की वसूली दोषी इंजीनियर और ठेकेदार से करने के भी निर्देश दिए गए हैं. ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है. गाजियाबाद प्रशासन ने बिल्डर के फर्म मेसर्स कृष्णा इंटरप्राइजेज के सभी भुगतान पर रोक लगा दी है.
NHRC ने जारी किया नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के मुरादनगर में एक श्मशान घाट पर शेल्टर की छत गिरने से कम से कम 25 लोगों के मारे जाने और 30 से अधिक लोगों के घायल होने की घटना पर स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी किया है.