
दिल्ली के सिंघू बॉर्डर इलाके से पुलिस ने रेसलर से गैंगस्टर बने एक शार्प शूटर को गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान मंजीत दलाल के रूप में हुई है. वो नीरज बवाना-अमित भूरा गैंग से जुड़ा हुआ था. गोलीबारी, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली सहित कई मामलों में वांछित था. पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी. उससे पुलिस हिरासत में पूछताछ की जा रही है.
पुलिस उपायुक्त (अपराध) आदित्य गौतम ने बताया, "हरियाणा के बहादुरगढ़ का मूल निवासी मंजीत दलाल कभी पहलवान हुआ करता था. उसने 2007 में 86 किलोग्राम वर्ग में राष्ट्रीय स्तर पर रजत पदक जीता था. साल 2010 में उसकी मां की कैंसर से मृत्यु हो गई थी. इसके बाद उसके पिता उसे अकेला छोड़कर घर से चले गए. यहीं से उसके जीवन में एक नया मोड़ आ गया.
इसके बाद वह कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना के गिरोह में शामिल हो गया. इस दौरान वो हत्या के प्रयास, रंगदारी और गोलीबारी के कई मामलों में शामिल रहा, जिसकी वजह से उस पर कई केस दर्ज किए गए थे. उन सभी मामलों में अदालत में उसके खिलाफ सुनवाई चल रही थी. शुरू के दिनों में तो वो अदालत आया, लेकिन बाद में अपने पैतृक निवास को छोड़ दिया.
एक महीने के लंबे ऑपरेशन के बाद पुलिस को सिंघू बॉर्डर के पास गैंगस्टर मंजीत दलाल की गतिविधियों के बारे में सूचना मिली. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और उसे बिना किसी गोलीबारी के गिरफ्तार कर लिया. उसके खिलाफ 10 बड़े मामले दर्ज हैं, जिनमें 2018 में पिशोरी रेस्टोरेंट में गोलीबारी भी शामिल है, जिसमें जबरन वसूली के लिए गोलियां चलाई थीं.
आरोपी नरेला औद्योगिक क्षेत्र और लाडो सराय में पुलिस टीमों पर कई हमलों में भी शामिल रहा था. साल 2012 में, वो बवाना में व्यापारियों से जबरन वसूली की कई वारदातों, साल 2017 में उत्तर प्रदेश में एक डॉक्टर से जबरन वसूली के मामले और कार चोरी से जुड़ा था. वो नीरज बवाना, नवीन बाली, अमित भूरा और राहुल काला जैसे गैंगस्टरों से जुड़ा हुआ था.