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UP: मुंबई ड्रग केस में एनसीबी कर रही है रामपुर में फैक्ट्री चलाने वाले की तलाश

एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान की गिरफ्तारी के बाद, लखनऊ जोनल यूनिट के एनसीबी अधिकारियों ने रामपुर में एक कारखाने के परिसर में छापा भी मारा था.

एनसीबी ने छापे में जब्त की थी ड्रग्स (फोटो- इंडिया टुडे) एनसीबी ने छापे में जब्त की थी ड्रग्स (फोटो- इंडिया टुडे)
दिव्येश सिंह
  • मुंबई,
  • 15 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 1:52 AM IST
  • एनसीबी ने अली की तलाश में चलाया अभियान
  • यूपी के रामपुर में एक फैक्ट्री चला रहा था अली
  • मारिजुआना बड्स में मिलाया जाता था हर्बल मिक्स

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने हाल ही में 200 किलोग्राम आयातित मारिजुआना बड्स से जुड़े मामले में अली नाम के एक व्यक्ति की तलाश के लिए अभियान शुरू किया है. बताया जा रहा है कि वह उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक फैक्ट्री का संचालन करता है.

एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान की गिरफ्तारी के बाद, लखनऊ जोनल यूनिट के एनसीबी अधिकारियों ने रामपुर में एक कारखाने के परिसर में छापा भी मारा था. यह फैक्ट्री इस मामले में संदिग्ध अली द्वारा चलाई जा रही थी और कहा जा रहा था कि वहां कुछ 'हर्बल मिक्स' का निर्माण किया जा रहा था, कथित तौर पर जिसे आयातित मारिजुआना के बड्स में मिलाया जाता था.

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इसी मामले में पिछले हफ्ते एक ड्रग किंगपिन करण सजनानी की भी गिरफ्तारी हुई थी. अली कथित तौर पर सजनानी के संपर्क में था और मारिजुआना के बड्स मिलाकर हर्बल मिक्स का निर्माण कर रहा था. यह हर्बल मिक्स कथित तौर पर देशभर के बाजार और उनके ग्राहकों को बेचा जा रहा था.

एनसीबी के सूत्रों ने कहा कि सजनानी द्वारा यूएसए में सिएटल से तस्करी किए जा रहे इस नशीले पदार्थ को कूरियर द्वारा देश में कस्टम और अन्य एजेंसियों को गुमराह करके मंगाया जाता था. मारिजुआना के बड्स को हर्बल लीव्स या किसी अन्य उत्पाद के रूप में दिखाकर सजनानी द्वारा भारत के अंदर गलत तरीके से लाया जा रहा था.

एनसीबी सूत्रों के मुताबिक सजनानी को एक बार जब वह बड्स मिलतीं तो वह उसे पीस लेता और फिर उसे रोल्ड कोन्स या ज्वाइंट्स में भर देता था. इसके बाद वह इन ज्वाइंट्स को छोटे-छोटे पैकेटों में पैक कर देता था जो अमेरिका में छपे हुए होते थे. प्रत्येक पैक में पांच ज्वाइंट्स होते थे.

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एनसीबी के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने मामले में समीर खान के खिलाफ डिजिटल सबूत, कॉल रिकॉर्ड, वॉयस नोट पाए हैं. एनसीबी सूत्रों का कहना है कि अब समीर से उन लोगों के बारे में पूछताछ होगी जिनको उन्होंने ड्रग के बारे में बताया था. खान मुंबई के पश्चिमी उपनगरों में सैलून की एक श्रृंखला चलाते हैं और फुटबॉल लीग और क्रिकेट लीग के लिए खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित करते हैं. उनके बारे में कहा जाता है कि वे कई मशहूर हस्तियों के दोस्त हैं और कुछ संदेश मिले हैं जो स्वभाव से संदिग्ध हैं.

खान और सजनानी अपने व्यवसाय का विस्तार करना चाहते थे और पिछले पंद्रह महीनों से ड्रग सप्लाई चेन चला रहे थे. एनसीबी अधिकारियों ने यह भी पाया कि खान द्वारा व्यवसाय में लगाए जा रहे धन को आरोपी राहिला फर्नीचरवाला के बैंक खातों में जमा किया गया था. जिसके बाद यह पैसा फर्नीचरवाला द्वारा सजनानी को ट्रांसफर किया जा रहा था.
 
राहिला करण और समीर के बीच की कड़ी थी. करण राहिला के खातों के माध्यम से पेमेंट ले रहा था और समीर राहिला के खाते में पैसे डाल रहा था. एनसीबी अब खान, फर्नीचरवाला और सजनानी के सभी बैंक खाते का विवरण भी लेने जा रही है. जिसके बाद वह सभी खातों में पिछले दो वर्षों में हुए हर लेनदेन का आकलन करेगी.

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