
राजस्थान के अलवर पुलिस ने नर्सिंग की छात्रा से रेप करने के मामले में आरोपी टीचर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पीड़ित छात्रा का मेडिकल कराया है. साथ ही कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराए गए हैं. पुलिस के मुताबिक, आरोपी पर अपहरण और दुष्कर्म की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, 14 फरवरी को महिला थाने में एक नर्सिंग छात्रा ने टीचर पर रेप का मामला दर्ज कराया था. सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच करने के लिए टीम बनाई. इस दौरान मामला सही पाया गया. इसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई. इसके बाद पुलिस ने 38 साल के आरोपी टीचर सुगन चंद मेहरा को गिरफ्तार कर लिया गया.
डर और बदनामी की वजह से छात्राओं ने पुलिस में नहीं की थी शिकायत
पुलिस ने बताया कि आरोपी टीचर ने पहले भी कई नर्सिंग छात्राओं के साथ छेड़छाड़ कर चुका था. मगर, डर और बदनामी की वजह से किसी छात्रा ने पुलिस में शिकायत नहीं की थी. मामले में अस्पताल प्रबंधन ने भी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया. अब महिला थाना पुलिस सभी मामलों की जांच पड़ताल कर रही है.
मामले में थानाधिकारी चौथमल के बताया, "नर्सिंग टीचर ने छात्रा को नोट्स देने के बहाने अपने कमरे पर बुलाया था. वहां उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद आरोपी पीड़िता पर फिर से संबंध बनाने दबाव बना रहा था. इस पर पीड़िता ने अस्पताल प्रशासन को शिकायत दी. मगर, राजीव गांधी अस्पताल से अटैच नर्सिंग कॉलेज में अस्पताल प्रशासन मामले को दबा रही थी. इसी बीच मामले की जानकारी लोगों और मीडिया को मिल गई."
अपहरण और दुष्कर्म की धाराओं में मामला दर्ज
थानाधिकारी ने आगे बताया, "इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच पड़ताल करवाई. इस दौरान मामला सही पाया गया. इस पर आरोपी के खिलाफ महिला थाने में मामला दर्ज किया गया. मामले में पुलिस ने छात्रा का मेडिकल और कोर्ट में 164 के बयान लिया है.आरोपी पर अपहरण और दुष्कर्म की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है."
थानाधिकारी चौथमल के बताया, "छात्रा से दुष्कर्म मामले में आरोपी टीचर सुगनचंद मेहरा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी से पूछताछ जारी है. नर्सिंग कॉलेज में पहले भी कई छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म जैसी घटनाएं चर्चा में रही थीं. मगर, पुलिस तक मामला नहीं पहुंचा था. इसकी वजह से पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की गई थी."