
इस बंटी-बबली की कहानी पढ़कर आपके होश उड़ जाएंगे. ओडिशा की रहने वाली अर्चना बैग जल्दी पैसा कमाने और रातों-रात अमीर बनना चाहती थी. इसके लिए उसने शॉर्टकट लिया. रसूखदार और अमीर लोगों को जाल में फंसाकर हनी ट्रैपिंग की और ब्लैकमेलिंग शुरू दी. उसके संभावित शिकार बने लोगों की लंबी फेहरिस्त है.
नेता से लेकर फिल्म निर्माता तक हर कोई उसके रडार में था. जानिए कैसे गांव की रहने वाली लड़की ने पांच साल में राजधानी के पॉश इलाके में आलीशान घर बनाया और वह बीएमडब्लू से चलने लगी. फिर कैसे उसके रैकेट का भंडाफोड़ हुआ और अब वह सलाखों के पीछे कैसे पहुंची...
एलएलबी करने गांव से आई थी अर्चना
ओडिशा के बोलांगीर से निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाली अर्चना 2015 में राजधानी भुवनेश्वर पहुंची. उसने इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में प्रवेश लिया. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उसने अपनी पढ़ाई पूरी की या नहीं. उसने पहले एक निजी सिक्योरिटी फर्म में काम करना शुरू किया. कुछ ही महीनों में उसने अपनी नौकरी छोड़ दी. फिर एक ब्यूटी सैलून शुरू कर दिया. यहां से वह जल्दी अमीर होने के अपने महत्वाकांक्षी सपने को साकार करने के लिए एक स्लेज रैकेट से जुड़ गई.
जगबंधु से मिलने के बाद शुरू की ब्लैकमेलिंग
2017 में वह बालासोर जिले के एक और महत्वाकांक्षी युवक 33 साल के जगबंधु चंद से मिली. वह गांव में किराने की दुकान चलाता था. दोनों को प्यार हो गया और 2018 में उन्होंने शादी कर ली. इसके बाद बंटी और बबली पार्ट-II शुरू हुआ. भुवनेश्वर पहुंचने के बाद खगेश्वर पात्रा के साथ मिलकर जगबंधु पुरानी कारों की खरीद बिक्री का काम करने लगा. अर्चना से मिलने के बाद वे हनी ट्रैप में फंसाने लगे और लोगों को ब्लैकमेल करके उगाही करने लगे.
पहले खाने पर घर बुलाते, फिर बनाते अश्लील वीडियो
जगबंधु संभावित पीड़ितों को अपना परिचय एक प्रमुख राजनीतिक दल के सदस्य के रूप में देता था. इसकी वजह से वह अमीर व्यापारियों, मंत्रियों, सांसदों और यहां तक कि फिल्म निर्माताओं तक से आसानी से मिलने-जुलने लगा. दंपति अमीर और शक्तिशाली लोगों को राजधानी में अपने महलनुमा घर में खाने-पीने के लिए बुलाते.
जब वे अपने शिकार के साथ अच्छी तरह घुल मिल जाते, तो वे उन्हें अपने जाल में फंसाना शुरू कर देते. दंपत्ति बड़े-बड़े लोगों को अंतरंग वीडियो बना लेते थे. इसके लिए पहले से बेडरूम में स्पाई कैमरे लगाए हुए रहते थे. इसके बाद उन्हें पुलिस केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते.
फिल्म मेकर अक्षय परीजिया ने खोल दिया केस
अर्चना कई लोगों को शिकार बनाती चली जा रही थी. इस दौरान उसने फिल्म मेकर अक्षय परीजिया को अपने गंदे खेल में खींचा. एक लड़की के जरिए अर्चना ने अक्षय पर कास्टिंग काउच का आरोप लगाया. मामले को दबाने के लिए तीन करोड़ रुपए की मांग की गई. मगर, फिल्म मेकर ने नायापल्ली पुलिस थाने में केस दर्ज करा दिया.
अक्षय परीजिया ने आरोप लगाया, “अर्चना ने अपना परिचय वकील के रूप में दिया. मुझे यह कहते हुए उसने ब्लैकमेल किया कि उसके पास उसके मुवक्किल के साथ मेरे अश्लील वीडियो हैं. अर्चना ने शहर के एक पॉश होटल में मेरे साथ सौदा किया और मुझसे 3 करोड़ रुपए की मांग की. उसने धमकी दी है कि पैसै नहीं देने पर वह मेरे टुकड़े-टुकड़े करके जान से मार देगी.”
अर्चना के खिलाफ केस दर्ज किया गया है- डीसीपी
डीसीपी प्रतीक सिंह ने इंडिया टुडे को बताया कि हमें अर्चना के खिलाफ खंडागिरी पुलिस में एक महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत मिली है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि अर्चना ने उसे फंसाया, उसकी अश्लील तस्वीरें ली और उसे ब्लैकमेल किया. अर्चना ने उसे पारिजा के साथ घनिष्ठता बढ़ाने और उसे ब्लैकमेल करने के लिए कहा.
लड़की ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि दंपति ने उसे 2019 में अपने घर पार्टी में बुलाया. यहां खाने में उसे नशीला पदार्थ मिलाकर दिया. जब लड़की को होश आया, तो उसने देखा कि उसके शरीर पर कोई कपड़े नहीं थे. बाद में पता चला कि दंपति ने उसकी नग्न तस्वीरें लीं और वीडियो रिकॉर्ड किया.
पांच साल में गांव की लड़की इतनी अमीर कैसे बनी- स्मृति पटनायक
इस मामले में भाजपा ने सीबीआई जांच की मांग की है. इंडिया टुडे से बात करते हुए बीजेपी महिला विंग की अध्यक्ष स्मृति पटनायक ने कहा, “एक गांव की लड़की काम के लिए ओडिशा की राजधानी आती है. पांच साल में वह इतनी अमीर हो जाती है कि वह आलीशान घर में रहती है. बीएमडब्ल्यू, फोर्ड और ऑडी कार चलाती है. वह क्या कर रही थी?
हमें पता चला है कि उसने घर को 'रंग महल' में बदल दिया गया था. वहां सरकार के मंत्री, सांसद, वरिष्ठ रेलवे अधिकारी नियमित रूप से आते थे. पुलिस को इस बारे में सबकुछ पता है क्योंकि 2020 से इस महिला के खिलाफ शिकायत की जा रही है. मगर, पुलिस ने कभी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
सभी बड़े राजनेता, रेलवे अधिकारी इस घोटाले में शामिल हैं. इससे पहले कि मीडिया उससे लिंक के बारे में सवाल करे, पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस ने उसके पेन ड्राइव, लैपटॉप, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए और उसके तथ्यों को छिपाने की कोशिश कर रही है.
अपराधियों को मिले कड़ी सजा- कांग्रेस विधायक संतोष सलूजा
कांग्रेस के विधायक संतोष सिंह सलूजा ने भी इसी तरह की बातें कहीं. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल के कुछ प्रमुख नेता इन गतिविधियों में शामिल हैं. एक तरह से उन्होंने ओडिशा में देह व्यापार को बढ़ावा दिया है. इसके अलावा, कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मामले में शामिल हैं. अर्चना द्वारा जमा की गई अवैध संपत्ति को जब्त किया जाना चाहिए. सच्चाई सामने आनी चाहिए और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.