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'साहब ! मैं जिंदा हूं, मेरी पेंशन तो चालू करवाइए...' SDM के सामने पहुंची बुजुर्ग महिला

बांदा में एक बुजुर्ग महिला एसडीएम के पास पहुंची और बोली- साहब मैं जिंदा हूं और मेरी वृद्धा पेंशन को रोक दी गई है. जिसकी वजह से मैं काफी परेशान हूं, मेरे पास तहसील आने तक के पैसे नहीं बचे हैं अब, मेरी मदद कीजिए. इस मामले पर SDM रजत वर्मा ने बताया कि बुजुर्ग महिला के आधार और बैंक अकाउंट में नाम अलग-अलग है. उससे अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं, मामले की जांच की जा रही है.

बुजुर्ग महिला की पेंशन रोक दी गई बुजुर्ग महिला की पेंशन रोक दी गई
सिद्धार्थ गुप्ता
  • बांदा ,
  • 02 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:20 PM IST

उत्तर प्रदेश के बांदा में एक बुजुर्ग महिला SDM के पास वृद्धा पेंशन दिलाने की गुहार लगाने पहुंची. बुजुर्ग महिला ने कहा कि साहब! मैं जिंदा हूं,गांव के सचिव ने मुझे मृत दिखाकर मेरी पेंशन रोक दी है. हुजूर जल्द से जल्द मेरी पेंशन दिलवा दीजिए. बुजुर्ग महिला की जनवरी 2022 से पेंशन रुकी है और वह अधिकारियों के चक्कर काट-काट कर थक चुकी है. अब उसके पास गांव से तहसील आने तक के पैसे नहीं है.

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यह मामला महुआ ब्लॉक तहसील नरैनी क्षेत्र के सरस्वाह गांव का है. यहां रहने वाली 72 साल की बुजुर्ग महिला को पिछले 10 सालों से वृद्धा पेंशन मिल रही थी. लेकिन जनवरी 2022 में उसके खाते में पेंशन आई थी और उसके बाद बंद हो गई. बैंक जाने पर उसे पता चला कि विभाग द्वारा उसकी पेंशन रोक की दी गई है. विभाग के कई चक्कर काटे ने वहां पर उसकी किसी ने एक न सुनी.  इधर- उधर भागने के बाद उसे पता चला कि गांव के सचिव ने ऑनलाइन सत्यापन में मृत घोषित कर दिया. जिसकी वजह से उसकी पेंशन रुकी हुई है.  

बुजुर्ग महिला को जब कहीं से कोई मदद नहीं मिली तो वो तहसील पहुंची और  SDM को आपबीती बताई. SDM ने तुरंत ही जांच के आदेश दिए. बताया जा रहा है कि इस तरह के कई मामले अबतक सामने आ चुके हैं. इस मामले पर SDM रजत वर्मा ने बताया कि बुजुर्ग महिला के आधार और बैंक अकाउंट में नाम अलग अलग है. उससे अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं, मामले की जांच की जा रही है. अगर इस मामले में कोई दोषी पाया जाएगा तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

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