
उत्तर प्रदेश की औरैया पुलिस ने बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग ने लोगों से ठगी करने के लिए जिले में खुद की बैंक खोल रखी थी. कर्मचारी रखने के लिए उनसे सिक्योरिटी मनी के नाम पर लाखों रुपए लेते थे.
इस बात का खुलासा तब हुआ, जब युवक से करीब 7 लोगों को नौकरी दिलाने के नाम से मोटी रकम ले ली. मगर, नौकरी नहीं दी. दिबियापुर थाने में शीलू नाम के युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
शीलू ने शिकायत में लिखा था कि एक युवक मिला था, जिसने अपना नाम लल्ली बताया. उसने कहा कि वह एक प्राइवेट बैंक में एएसएम की पोस्ट पर है. उसकी बैंक में नौकरी की जगह खाली है. मैंने कहा मुझे नौकरी की जरूरत है, तब लल्ली ने सारे डॉक्यूमेंट ले लिए. इसके बाद कहा कि बैंक के चेयरमैन असलम उर्फ रजा को डॉक्यूमेंट दिखाऊंगा.
तीन महीनों तक दी सैलरी, रिश्तेदारों की नौकरी लगाने को कहा
फिर उसने नौकरी देने के नाम पर सिक्योरिटी मनी के तौर पर करीब एक लाख 80 हजार रुपए लिए. तीन महीनों तक बैंक ने 14 हजार की सैलरी भी दी. कुछ दिनों बाद लल्ली ने कहा कि बैंक जालौन जिले में एक और ब्रांच खोलने जा रही है. तुम्हारा कोई दोस्त या रिश्तेदार है, तो बताओ. इसके बाद हमने 7 रिश्तेदारों को बैंक में नौकरी करने के लिए राजी किया. उन सभी ने करीब 12 लाख 60 हजार रुपए दिए.
नैकरी न लगाने पर रिश्तेदार करने लगे गाली गलौज
मगर, एक महीना बीत जाने के बाद भी बैंक से कोई जवाब नहीं मिला. फिर तीन महीने बाद बैंक भी बंद हो गया. इसके बाद बैंक से कोई संपर्क नहीं हुआ. इस दौरान रिश्तेदार मेरे साथ गाली गलौज करने लगे. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपियों को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने आरोपियों के पास से बैंक में प्रयोग लाए जाने वाले डॉक्यूमेंट, इनवर्टर, मोबाइल सहित कई चीजें बरामद की हैं. मामले में औरैया के एसपी चारु निगम ने बताया कि नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले की शिकायत दर्ज होने के बाद मामले को गंभीरता से लिया गया.
उन्होंने कहा, "इसके लिए कई टीमें गठित की गईं. इसके बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर रही है कि किसी और जिलों में ठगी का यह कारनामा तो नहीं चल रहा है. दिबियापुर पुलिस को इस मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है."
(रिपोर्ट- सूर्य शर्मा)