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PAK आतंकी का खुलासा- 2011 के हाईकोर्ट ब्लास्ट की रेकी मैंने की थी, जम्मू बस स्टैंड ब्लास्ट के पीछे ISI

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को जिस संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकी अशरफ को पकड़ा था उसने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं.

अशरफ दिल्ली में नाम बदलकर रह रहा था अशरफ दिल्ली में नाम बदलकर रह रहा था
तनसीम हैदर/अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 13 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 4:31 PM IST
  • दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अशरफ को पकड़ा था
  • अशरफ करीब 15 सालों से दिल्ली में नाम बदलकर रह रहा था

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को जिस संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद अशरफ को पकड़ा था उसने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, साल 2011 में हाईकोर्ट के बाहर जो ब्लास्ट हुए थे उस दौरान इसने ही हाईकोर्ट की रेकी की थी.

संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकी अशरफ को ब्लास्ट में शामिल एक संदिग्ध की फोटो दिखाई गई तो अशरफ ने बताया कि उसने ही हाईकोर्ट की रेकी की थी. हालांकि ये उस ब्लास्ट में शामिल था या नहीं ये अभी पूछताछ में साफ होगा. अशरफ से NIA, RAW और MI ने भी लंबी पूछताछ की.

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इसके अलावा 2011 के आसपास इसने आईटीओ स्थित पुलिस हेडक्वाटर (पुराना पुलिस हेडक्वाटर) की रेकी की थी, इसने बताया कि कई बार रेकी की लेकिन ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई क्योंकि पुलिस हेडक्वाटर के बाहर लोगों को रुकने नहीं देते थे. साथ ही आईएसबीटी की भी रेकी करके ये जानकरियां इसने पाकिस्तान के हैंडलर्स को भेजी थी. क्या अशरफ दिल्ली के किसी ब्लास्ट में खुद शामिल भी रहा है, इसको लेकर पूछताछ जारी है.

पाकिस्तानी आतंकी अशरफ ने अब तक की पूछताछ में किया खुलासे किए

1- साल 2009 में जम्मू में बस स्टैंड पर किया था ब्लास्ट, 3-4 लोगों की हुई थी मौत, ISI के अफ़सर नासिर के कहने पर किया था हमला
2- साल 2011 में दिल्ली हाई कोर्ट ब्लास्ट की रेकी इसने की थी और धमाका करने के लिए 2 पाकिस्तानी आए थे जिसमें से एक का नाम ग़ुलाम सरवर था.
3- जम्मू कश्मीर में 5 आर्मी के जवानों की बेरहमी से हत्या की बात क़बूली है जिसको वेरिफ़ाई किया जा रहा.
4- ISI के अफ़सर नासिर के कहने पर कई बार जम्मू कश्मीर में हथियार सप्लाई करने गया था.
5- ISI अफ़सर से बात हमेशा ई-मेल के जरिए होती थी, ईमेल में ड्राफ्ट में मेसेज छोड़ा जाता था.

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इससे पहले मंगलवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार आतंकी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाह ने कहा था कि मोहम्मद अशरफ लंबे वक्त से फर्जी आईडी के साथ भारत में रह रहा था और स्लीपर सेल की तरह काम कर रहा था. इसके पास से AK-47, ग्रेनेड आदि मिले थे. उसे ISI हैंडल कर रही थी.

स्पेशल सेल के मुताबिक, अशरफ को बांग्लादेश के रास्ते से भारत भेजा गया था. यह सिलीगुढ़ी से भारत में दाखिल हुआ था. यहां उसने शादी भी कर ली थी. स्पेशल सेल ने बताया कि उसने गाजियाबाद की किसी लड़की से शादी की थी. 40 साल का यह शख्स दिल्ली-एनसीआर में पीर-मौलाना बनकर झाड़ फूंक का काम भी करता था.

 

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