
लॉकडाउन की वजह से रोजगार पर खासा असर पड़ा है. इस दौरान बेरोजगार हुए लोगों ने अब अपराध का धंधा अपना लिया है. बिहार की राजधानी पटना में अपराध की घटनाओं में तेजी से हुई बढ़ोतरी के बाद जब पुलिस हरकत में आई और अपराधियों को गिरफ्तार किया तब जा कर ये मामला सामने आया.
गिरफ्तार सभी अपराधी बिहार से बाहर दूसरे राज्यो में नौकरी किया करते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण फैक्ट्री बंद हो गई और ये लोग बेरोजगार हो गए.
हालांकि पुलिस को इसकी आशंका पहले से थी तभी तो पहले लॉकडाउन के दौरान ही पुलिस मुख्यालय ने चिठ्ठी लिख कर सभी जिलों के एसपी को सतर्क रहने के लिए आगाह किया था. इस चिट्ठी के लीक होने पर काफी बवाल मचा था. राजनीति भी हुई लेकिन पटना में गिरफ्तार 6 अपराधियों ने अपने अपराध करने की वजह बेरोजगारी बताई और कहा कि लॉकडाउन से पहले वो फैक्ट्रियों में काम किया करते थे.
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पिछले 6 महीनों में पटना में चेन और मोबाइल स्नेचिंग की वारदात में भारी वृद्धि हुई है. पिछले डेढ़ महीनों में तो ऐसी घटनाएं और बढ़ गईं जिसकी वजह से एक दिन में 4 से 5 स्नेचिंग की घटनाएं होने लगीं.
पूछताछ में असलियत सामने आई
बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस हरकत में आई और विशेष टीम बनाकर अपराधियों के ट्रेड को वाच किया जाने लगा. पुलिस ने गर्दनीबाग से कुछ संदिग्धों को उठाया और उनसे कड़ाई से पूछताछ के बाद असलियत सामने आ गई.
इस पूरे ऑपरेशन में 6 अपराधी गिरफ्तार हुए हैं. ये अपराधी 2-2 की टोली बनाकर बाइक से पूरे शहर में लूटपाट कर रहे थे. एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि इनके पास से एक बाइक, 5 मोबाइल, एक पिस्तौल, पर्स और तमाम चीजें बरामद की गई हैं.
हालांकि पटना के एसएसपी ने उन अपराधियों के नाम तो नहीं बताए जो लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए. लेकिन इतना जरूर कहा कि अपराध करने से पहले ये फैक्टरियों में काम किया करते थे.
साथ ही पुलिस ने पटना के बिहटा में 10 अगस्त को एक ज्वैलर्स की दुकान में हुई लूटपाट और हत्या के मामले का भी खुलासा कर दिया. इस वारदात में कुल 6 अपराधी शामिल थे जिनमें से 4 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.