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गाजा में एक साथ बरस रही राहत और आफत, रॉकेट की तरह गिर रहे फूड पैकेट, कई फिलिस्तीनियों की मौत

इजरायली हमलों से बेहाल गाजा भूखमरी की कगार पर है. एक तरफ इजरायली सेना के हमलों में लोग जिंदगियां गंवा रहे हैं, तो दूसरी तरफ खाने-पीने की किल्लत बढ़ती जा रही है. फिलहाल युद्धविराम की संभावना भी खत्म हो गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी सीजफायर को फिलहाल मुश्किल बताया है.

इजरायली हमलों से बेहाल गाजा भूखमरी की कगार पर है. इजरायली हमलों से बेहाल गाजा भूखमरी की कगार पर है.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 7:23 PM IST

गाजा में आसमान से राहत और आफत दोनों एक साथ बरस रही है. एक तरफ गाजा इजरायली हमलों से बेहाल है, तो वहीं दूसरी तरफ भूख से बिलख रहे लोगों के लिए हवाई जहाजों से राहत सामग्रियां पहुंचाई जा रही है. विदेशी विमानों द्वारा राहत सामग्री पहुंचाने की कोशिशें लगातार जारी है. अस्थायी पैराशूट की मदद से राहत सामग्री के बक्सों को गिराया जा रहा है. लेकिन भूख से बेहाल लाखों लोगों के लिए ये नाकाफी साबित हो रही है.

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वहीं पश्चिमी गाजा में विमानों द्वारा गिराए जा रहे राहत सामग्री बक्से की चपेट में आकर 5 फिलिस्तीनियों की मौत भी हो गई. कई लोग गंभीर रुप से घायल हो गए. यहां के लोग पहले से ही इजरायली हमलों का सामना कर रहे हैं. अब हवाई राहत सामग्रियां भी उनके लिए मुसीबतें खड़ी कर रही हैं. शनिवार को एक बार फिर राफा में जबरदस्त इजारयली हमला हुआ. इसमें एक बहुमंजिला इमारत पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई.

एक प्रत्यक्षदर्शी ने दिल दहला देने वाला सच बताया है. उसका कहना है, ''हम राहत सामग्री पहुंचाने के लिए बनाई गई जगह पर खड़े थे. तभी मेरे भाई ने एक जहाज को देखा जो खाद्य सामग्री के बॉक्स गिरा रहा था. वो उसके पीछे-पीछे दौड़ने लगा. वो सिर्फ बच्चों की रोटी की खातिर आटा लाना चाहता था, लेकिन बॉक्स में लगा पैराशूट खुल नहीं पाया. उसके बाद वो रॉकेट की तरह नीचे खड़े लोगों पर गिर गया. कई लोगों की मौत हो गई.''

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गाजा मंत्रालय के शुक्रवार के आंकड़ों के अनुसार अब तक 30878 से ज्यादा फिलिस्तिनियों की मौत हो चुकी है. वहीं, 72400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. ये आंकड़ा हर रोज तेजी से बढ़ता जा रहा है. इस बीच रमजान की शुरूआत तक गाजा में युद्धविराम समझौते की गुंजाइश भी खत्म होती नजर आ रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस पर चिंता जताते हुए इस दौरान पूर्वी यरूशलम में हिंसा की आशंका भी जताई है. 

यह भी पढ़ें: इजरायल और हमास अपनी इन शर्तों पर अड़े, गाजा में सीजफायर की उम्मीद खत्म!

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष को 6 महीने होने वाले हैं, लेकिन लड़ाई थमने के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं. गाजा की 23 लाख की आबादी में से 80 फीसदी लोग भूखमरी की कगार पर पहुच गए हैं. फिलिस्तीनियों के पास ना तो भोजन की पर्याप्त व्यवस्था है और ना ही पीने का साफ पानी. गाजा के शरणार्थि शिवरों से लगातार भोजन ना मिलने की वजह से फिलिस्तीनी बच्चों की मौत की ख़बरें आ रही है.

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि यहां के लोगों को रमजान तक सीजफायर होने और फिर सें जिंदगी पटरी पर लौटने की उम्मीद थी लेकिन अब वो भी धुंधली पड़ती दिख रही है. अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन पहले कह रहे थे कि रमजान तक सीजफायर हो सकता है, लेकिन शुक्रवार को व्हाइट हाउस से बाहर निकले हुए उन्होंने कहा कि रमजान तक युद्धविराम कठिन लग रहा है. उन्होंने कहा, ''सीजफायर अब मुश्किल लग रहा है.''

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राष्ट्रपति बाइडेन का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब मिस्र की राजधानी काहिरा में सीजफायर को लेकर चल रही बातचीत पर ब्रेक लग गया है. गुरूवार को संघर्ष विराम के लिए हो रही वार्ता से हमास का प्रतिनिधिमंडल बिना किसी डील के बाहर निकल गया. इसके बाद रमजान से पहले संघर्ष विराम की सारी उम्मीदें टूट गई. हमास का कहना है कि इजरायल अपने जगह से युद्ध की वजह से विस्थापित हुए फिलिस्तीनियों के वापस लौटने की मांग नहीं मान रहा है.

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