
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक 24 वर्षीय फार्मासिस्ट ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी. इस हत्या में उसका साथ आरोपी की दो गर्लफ्रेंड ने भी दिया. तीनों ने जबरन मिलकर एनेस्थीसिया की ओवरडोज दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की.
पुलिस के मुताबिक, 28 अक्टूबर को हुई इस घटना का खुलासा तब हुआ जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ संदिग्ध तथ्य सामने आए. आरोपी फार्मासिस्ट प्रद्युम्न कुमार और उसकी गर्लफ्रेंड्स, रोजी पात्रा और इजिता भूयन को गिरफ्तार किया गया है, दोनों महिलाएं नर्स हैं.
महिला की हत्या के आरोप में पति और दो नर्स गिरफ्तार
भुवनेश्वर के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) पिनाक मिश्रा ने बताया कि प्रद्युम्न ने 2020 में सुभाश्री से शादी की थी. लेकिन शादी के बाद से ही वह उसे प्रताड़ित कर रहा था. पिछले छह महीनों से सुभाश्री अपने माता-पिता के घर खोरदा में रह रही थी. पुलिस के अनुसार, प्रद्युम्न की मुलाकात इजिता से पिछले साल हुई और दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए. मार्च में उसने रोजी से भी मुलाकात की और तीनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई. इसके बाद, उन्होंने सुभाश्री की हत्या की साजिश रची.
पुलिस का कहना है कि 27 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे प्रद्युम्न सुभाश्री को रोजी के सामपुर इलाके स्थित घर ले गया, जहां उसे एनेस्थीसिया की अधिक मात्रा दी गई. बेहोश सुभाश्री को 28 अक्टूबर को कैपिटल अस्पताल ले जाया गया, जहां प्रद्युम्न ने डॉक्टरों से कहा कि उसने आत्महत्या करने की कोशिश की थी. लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम में पता चला कि उसकी मौत एनेस्थीसिया की उच्च मात्रा के कारण हुई, जिससे पुलिस को शक हुआ और मामले की जांच शुरू हुई.
एनेस्थीसिया का ओवर डोज देने से हुई थी महिला की मौत
डीसीपी मिश्रा ने बताया कि पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल अधिकारी से चर्चा के बाद हमें संदेह हुआ कि यह केवल एक अप्राकृतिक मौत नहीं है, बल्कि इसके पीछे कोई साजिश हो सकती है. जब आरोपियों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने कबूल किया कि उन्होंने जबरन मृतका को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दिया था. मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है. डीसीपी ने कहा, अगर जरूरत पड़ी, तो हम मुख्य आरोपी को रिमांड पर लेकर क्राइम सीन का पुनर्निर्माण भी करेंगे.