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Pike county massacre: 2 साल की बच्ची को पाने के लिए परिवार ने किए 8 कत्ल, अमेरिका का खूनी नरसंहार

22 अप्रैल 2016 में अमेरिका के ओहियो स्थित पाइक काउंटी शहर में 8 लोगों की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. केस इतना पेचीदा था कि इसे सोल्व करते-करते एक समय ऐसा भी आया कि पुलिस ने इसकी जांच तक बंद कर दी. लेकिन फिर से यह केस खुला और आरोपियों को पकड़ लिया गया. इस हत्याकांड के पीछे क्या थी वजह? कौन थे वे लोग जिन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया? कैसे इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया? चलिए विस्तार से जानते हैं इस खतरनाक नरसंहार के बारे में...

आरोपी जॉर्ज, जैक, बिली वैगनर और एंजेला (फाइल फोटो) आरोपी जॉर्ज, जैक, बिली वैगनर और एंजेला (फाइल फोटो)
तन्वी गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 12 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:03 AM IST

केस की शुरुआत होती है अमेरिका में ओहियो राज्य (Ohio) के पश्चिमी हिस्से में बसे पाइक काउंटी (Pike County) शहर से. इस शहर में कुल 24 हजार लोग ही रहते हैं. जिनमें से आधे से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से नीचे की जिंदगी जीते हैं. 22 अप्रैल 2016 की सुबह बॉबी और जेम्स नामक भाई-बहन अपने रिश्तेदारों से मिलने एक घर में पहुंचे. गाड़ी पार्क करके जैसे ही दोनों घर के अंदर घुसे तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने देखा कि घर पर मौजूद उनके सभी परिवार वालों की मौत हो चुकी है. बॉबी ने तुरंत पुलिस को फोन किया.

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पुलिस मौके पर पहुंची और देखा कि वहां एक साथ तीन घर हैं. बॉबी और जेम्स ने बताया कि ये तीनों घर उनके रिश्तेदारों के हैं. और इन तीनों घरों के अंदर उनके रिश्तेदारों की लाशें पड़ी हुई हैं. पुलिस पहले घर में घुसी तो वहां का हाल देखकर उनके होश उड़ गए. दरअसल, इससे पहले उन्होंने ऐसा क्राइम सीन अपनी जिंदगी में नहीं देखा था. घर के अंदर लिविंग रूप में 48 साल के क्रिस्टोफर (Christopher) की लाश पड़ी थी. क्रिस्टोफर को कुल 9 गोलियां मारी गईं थीं. 4 गोलियां सिर पर, 2 आंख पर, 2 दिल पर और एक गोली पांव में मारी गई थी. पुलिस ने पाया कि क्रिस्टोफर ने हमलावरों से खुद को बचाने के लिए हाथापाई भी की थी, लेकिन वह खुद को बचा नहीं पाया.

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दूसरे कमरे में गैरी रॉडन की लाश
पुलिस फिर अंदर दूसरे कमरे में गई तो वहां उन्हें 48 साल के गैरी रॉडन (Gary Rhoden) का शव मिला. गैरी क्रिस्टोफर का कजिन था. इसे भी बिल्कुल पास से गोलियां मारी गई थीं. लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे इसे सोते-सोते ही गोलियां मार दी गई हों. गैरी को कुल 3 गोलियां मारी गई थीं. 1 गोली सिर पर और दो गोलियां छाती पर मारी गई थीं. पुलिस को इस घर से सिर्फ दो लाशें मिलीं.

हना गिले और फ्रैंकी रॉडन (फाइल फोटो)

दूसरे घर में दो लाशें
इसके बाद जांच करते-करते पुलिस जब बराबर वाले घर में गई तो उन्हें वहां क्रिस्टोफर की बेटी हना गिले (Hannah Gilley) और उसके मंगेतर फ्रैंकी रॉडन (Frankie Rhoden) की लाशें मिलीं. ये दोनों एक ही बेड पर सोए हुए थे. दोनों को भी सोने के दौरान ही गोलियां मारी गईं थीं. लेकिन उनके साथ में 4 महीने का बेटा भी सोया हुआ था, जिसे हमलावर ने छोड़ दिया था. उसे गोली नहीं मारी. पुलिस ने देखा कि फ्रैंकी के सिर में तीन गोलियां मारी गईं थीं. जबकि, हना गिले के सिर और आंख में तीन गोलियां मारी गईं थीं.

तीसरे घर में तीन लाशें
वहां से निकलकर जब पुलिस तीसरे घर पर पहुंची तो वहां उन्हें हना रॉडन (Hannah Rhoden) और क्रिस जूनियर (Chris Junior) की लाशें मिलीं. हना रॉडन क्रिस्टोफर की दूसरी बेटी थी. जबकि, क्रिस उनका ही रिश्तेदार था. हना रॉडन यहां अपनी सौतेली मां डैना (Dana Rhoden) के साथ रहती थी.  इस घर में डैना का भी शव मिला. डैना को कुल 5 गोलियां मारी गईं थीं. जिनमें से 4 उसके चेहरे पर और एक छाती पर लगी थी. बदकिस्मती की बात ये थी कि हना रॉडन ने 4 दिन पहले ही अपने दूसरे बच्चे को जन्म दिया था. यहां भी हमलावर ने बच्चे को जिंदा छोड़ दिया था. जबकि, हना रॉडन ने अपनी 2 वर्षीय बेटी सोफिया (Sophia) को क्रिस्टोफर के पास कुछ दिन रहने के लिए छोड़ा हुआ था. लेकिन सोफिया को भी हमलावरों ने कुछ नहीं किया था.

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फिर मिली 8वीं लाश
'New York Post' के मुताबिक, अभी तक पुलिस को कुल 7 लाशें मिलीं थीं. वहां घटनास्थल पर मौजूद बॉबी और जेम्स भी सदमे में थे क्योंकि उनके परिवार के 7 लोगों की मौत हो चुकी थी. तभी उन्हें ख्याल आया अपने एक और कजिन भाई का, जिसका नाम कैनेथ रॉडन (Kenneth Rhoden) था. वह कुछ किलोमीटर दूर ही रहता था. दोनों ने कैनेथ को फोन करके सब कुछ बताने की कोशिश की. लेकिन कैनेथ ने फोन नहीं उठाया. फिर बॉबी और जेम्स को टेंशन हुई कि आखिर कैनेथ फोन क्यों नहीं उठा रहा. तुरंत उन्होंने इस बात को पुलिस को बताया. पुलिस तुरंत कैनेथ के घर पहुंची तो देखा कि वह भी वहां मृत पड़ा हुआ है. उसके सिर पर चार गोलियां मारी गईं थीं.

हना रॉडन (फाइल फोटो)

सभी के सेल फोन गायब
पुलिस ने जांच शुरू की लेकिन उन्हें कोई सुराग नहीं मिल रहा था. पड़ोसियों से पूछा कि क्या उन्होंने गोलियां चलने की आवाज सुनीं? तो पड़ोसियों ने भी कहा कि उन्होंने कुछ नहीं सुना और उन्हें इस बारे में कुछ भी नहीं पता. पुलिस को पता चला कि परिवार के पास दो पिटबुल डॉग भी थे, जिनसे हर कोई डरता था. तो ऐसे ही कोई भी उनके घर कैसे घुस सकता है. पुलिस हैरान थी कि कुत्तों की मौजूदगी में कोई अंजान शख्स घुसा भी तो वे भौंके क्यों नहीं? पुलिस ने घर को खंगालना शुरू किया तो देखा कि मरने वालों के सेल फोन भी वहां से गायब हैं. पुलिस ने दिमाग लड़ाया और पाया कि घर से कोई भी सामान गायब नहीं है सिवाय सेल फोन के. पुलिस को यह समझते देर न लगी कि जरूर सेल फोन्स में कुछ तो ऐसा होगा जिसके कारण इन 8 लोगों की हत्या कर दी गई.

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ड्रग माफिया पर गया शक
यह केस देखते ही देखते पूरे शहर में फैल गया.  लेकिन तमाश कोशिशों के बावजूद भी पुलिस को कोई सबूत नहीं मिल रहा था. पुलिस परेशान हो चुकी थी. फिर उन्होंने जांच का एंगल बदला. पुलिस ने शुरुआत की परिवार की हिस्ट्री खंगालने से. पुलिस को पता चला कि क्रिस्टोफर और कैनेथ नशे का कारोबार करते थे. जैसे ही पुलिस को इस बात का पता चला तो सीधे शक गया 'द कोर्नब्रेड माफिया' पर. जो कि मैक्सिकन ड्रग माफिया है. पुलिस को लगा कि हो सकता है दोनों भाइयों की नशे के कारोबार को लेकर ड्रग माफिया के साथ झड़प हुई हो. और इसीलिए ड्रग माफिया ने इन सभी को मार दिया हो.

पब्लिक से मांगी मदद
पुलिस ने 'द कोर्नब्रेड माफिया' के बारे में पता लगाना शुरू किया. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि 'द कोर्नब्रेड माफिया' नशे का कारोबार करता है और अपने दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. लेकिन इस ड्रग माफिया ने कभी किसी का कत्ल नहीं किया. पुलिस ने अब अपनी जांच का एंगल फिर बदला. उन्होंने जगह-जगह बोर्ड्स और पोस्टर लगाए. लोगों से मदद मांगी कि अगर किसी को भी इस मामले के संबंध में कुछ भी पता है तो वह पुलिस को बताए.

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हना रॉडन की बेटी सोफिया की कस्टडी
बेशक यहां पुलिस को फोन को बहुत आए लेकिन सभी लोग कुछ अलग की कहानी बताते. एक समय तो ऐसा भी आया कि पुलिस ने लोगों के फोन उठाने ही बंद कर दिए. पुलिस को इस दौरान ये भी पता चला कि क्रिस्टोफर का एक दोस्त था बिली वैगनर (Billy Wagner). वो भी उनके घर से कुछ ही दूर परिवार के साथ रहता था. साल 2010 में बिली के लड़के जैक वैगनर (Jake Wagner) और हना रॉडन का अफेयर था. दोनों का अफेयर साल 2015 तक चला. फिर दोनों अलग हो गए. जब पुलिस को ये बात पता चली तो उन्होंने इस परिवार से भी पूछताछ की. लेकिन इस परिवार ने साफ इनकार कर दिया कि उनका इस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है. मगर हैरानी की बात यह थी कि जब क्रिस्टोफर और उसके पूरे परिवार की हत्या हुई तो उसके 4 दिन बाद ही जैक ने कोर्ट में अर्जी डालकर सोफिया की कस्टडी अपने पास लेने की कोशिश की. उन्होंने कोर्ट में एक लेटर भी दिखाया जिसमें हना रॉडन ने लिखा था कि अगर मुझे कुछ हो जाता है तो मेरी बेटी की कस्टडी उसके पिता जैक दो दी जाए. लेकिन कोर्ट ने उन्हें सोफिया की कस्टडी नहीं दी.

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मारे गए 8 लोगों की फाइल फोटो.

बिली का परिवार एक साल तक अलास्का रहा
इसके बाद पूरा परिवार पाइक काउंटी से शिफ्ट होकर अलास्का चला गया. लेकिन एक साल बाद ही ये लोग पाइक काउंटी वापस आ गए. इस बार जब वे वापस आए तो जैक की नई नवेली दुल्हन भी साथ थी. दरअसल, जैक ने अलास्का में शादी कर ली थी. अब परिवार पाइक काउंटी में रहने लगा. सब कुछ ठीक चल रहा था. सभी लोग 8 मर्डर की बात भी भूल चुके थे. लेकिन उन्होंने एक नई बात गौर की. उन्होंने देखा कि पहले तो बिली का परिवार सबसे हंसकर बात करता था. मगर अब ये परिवार बस अपने में ही सिमट कर रह गया था. कोई भी घर से बाहर नहीं निकलता. सिर्फ बिली ही घर से बाहर जाकर जरूरत का सामान ले आता. बाकी परिवार घर में ही रहता.

दोनों बहुएं पहुंचीं पुलिस के पास
इसी बीच बिली और उसकी पत्नी एंजेला में अनबन शुरू हो गई और उसने बिली से तलाक ले लिया. फिर पास ही दो कमरों के घर को किराए पर लेकर उसमें रहने लगी. ये सब बातें जैक की नई नवेली दुल्हन को काफी अजीब लग रही थीं. कुछ दिन बाद जैक के भाई जॉर्ज वैगनर (George Wagner) की भी शादी करवा दी गई. उसकी पत्नी को भी परिवार कंट्रोल करके रखता. दोनों बहुओं को ये चीज इतनी अजीब लगी कि वे पुलिस के पास पहुंच गईं. पुलिस को दोनों बहुओं की बातों से लगा कि कहीं न कहीं इस परिवार का उन 8 हत्याओं से लिंक है. 

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ऐसे हुआ मामले का खुलासा
पुलिस ने फिर बिली और उसके परिवार को पकड़ा और उनके सख्ती से पूछताछ शरू की. जल्द ही परिवार टूट गया और उन्होंने हत्या की बात कबूल ली. बिली, जैक और जॉर्ज ने बताया कि उन्होंने ही इन 8 लोगों का मर्डर किया है. उन्होंने बताया कि जब जैक और हना रॉडन रिलेशनशिप में थे तो दोनों बिली के घर पर ही लिव इन रिलेशन में रहते थे. एक दिन 2015 में हना ने क्रिस्टोफर को फोन करके बताया कि जैक और उसका परिवार उसे कंट्रोल करके रखता है. किसी से बात तक नहीं करने देता. यहां तक कि एक बार जैक ने उसे मार डालने की भी कोशिश की. क्रिस्टोफर सीधा जैक के घर पहुंचा और हना को वहां से अपने साथ ले गया. जैक और हना की बेटी भी थी सोफिया, जो कि उस समय 1 साल की थी. उसे भी सोफिया अपने साथ ले आई.

फेसबुक पर हना रॉडन की चैटिंग
घर आकर हना हमेशा फेसबुक पर दोस्तों से चैट करती और उन्हें जैक के बारे में बताती. साथ ही उसने अपने कई दोस्तों को यह भी कहा कि वह किसी भी सूरत में बेटी सोफिया की कस्टडी जैक को नहीं देगी. लेकिन वह ये बात भूल गई थी कि उसका फेसबुक अकाउंट जैक के पास भी खुला हुआ है. वह हना की सारी चैटिंग पढ़ता. उसे चिढ़ होने लगी थी कि हना ऐसा कैसे कर सकती है.

बिली ने परिवार संग बनाई मर्डर की प्लानिंग
जैक ने सारी बात पिता बिली को बताई. फिर साल 2015 के अंत में बिली ने पूरे परिवार को एक साथ बैठाया और डिस्कस किया कि कैसे सोफिया की कस्टडी ली जाए. परिवार ने डिसाइड किया कि हना के पूरे परिवार को खत्म कर दिया जाए. ताकि सोफिया की कस्टडी उन्हें अपने आप ही मिल जाए. फिर इन लोगों ने की मर्डर की परफेक्ट प्लानिंग. बिली वैगनर ने अपने साइज से दो नंबर बड़े जूते परिवार के लिए खरीदे. उन्होंने सोचा कि अगर हमारे पांव के निशान मर्डर वाली जगह मिलते भी हैं तो पुलिस उन जूतों के साइज वाले इंसान को ढूंढेगी. फिर इन्होंने गन शॉप से तीन पिस्टल खरीदीं. लेकिन ये पिस्टल काफी आवाज करने वाली थीं. फिर उन्होंने सभी पिस्टल के आगे सब प्रेशर लगवाया ताकि गोली चलाते वक्स आवाज 95% कम आए.

तीन महीने की फायरिंग की प्रैक्टिस
बिली वैगनर ने मर्डर से पहले घर के पीछे फायरिंग रेंज बनाई. दोनों भाई और बिली वैगनर दिन-रात यहां फायरिंग की प्रैक्टिस करते. तीन महीनों तक यह प्रैक्टिस चली. हत्याकांड करने से एक दिन पहले इन्होंने बालों पर टेंपरेरी रंग भी लगवाया. ताकि इनकी पहचान न हो सके. इसके साथ ही उन्होंने एक नकली सर्टिफिकेट भी बनवा लिया था जिसमें लिखा था कि अगर हना को कुछ हो जाता है तो सोफिया की कस्टडी जैक दो दी जाए.

आरोपी बिली वैगनर.

समुद्र के बीच में फेंके मोबाइल
अब आया हत्या का दिन. प्लानिंग के मुताबिक, 21 अप्रैल 2016 को रात के समय पहले बिली वैगनर क्रिस्टोफर के घर गया. देखा कि कुत्ते बंधे हुए हैं और वह सीधे घर के अंदर घुस गया. वहां क्रिस्टोफर टीवी देख रहा था. बिली ने तुंरत जैक को मिसकॉल मारी, जिससे जैक और जॉर्ज समझ गए कि वे भी अब घर के अंदर आ सकते हैं. फिर दोनों भाई घर में घुसे और एक-एक करके सभी 7 लोगों का मर्डर कर दिया. फिर जैक को याद आया कि इनका एक रिश्तेदार और भी है कैनेथ. दोनों भाई फिर कैनेथ के घर भी गए और उसे भी मार डाला. इन लोगों ने सभी के मोबाइल फोन भी लेकर बीच समुद्र में फेंक दिए, ताकि वे पुलिस के हाथ न लग पाएं.

जैक को 8 बार आजीवन कारावास की सजा
पुलिस ने मामले में आरोपी बिली, उसके दोनों बेटे जैक और जॉर्ज सहित उसकी पत्नी एंजेला को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों को पकड़ कर सीधे कोर्ट में पेश किया गया और इनका ट्रायल चला. बीच में कोविड के कारण ट्रायल थोड़ा लंबा चला. 'डेली मेल' के मुताबिक, केस में अब तक जैक को 8 बार आजीवन कारावास की सजा मिल चुकी है. वह पैरोल पर भी बाहर नहीं आ सकता. उसकी मां को 30 साल की सजा सुनाई गई क्योंकि वह भी इस हत्याकांड में शामिल थीं. वहीं, बिली और जॉर्ज के खिलाफ ट्रायल चल रहा है. इन्हें अभी तक सजा नहीं मिली है. 'The New York Times' के मुताबिक, मामले में विशेष अभियोजक एंजेला कैनेपा ने ये बात भी कोर्ट को बताई कि फेसबुक पर हना रॉडन ने अपने किसी दोस्त को ये बात भी लिखी थी कि जब तक वह जिंदा है, जैक को अपनी बेटी की कस्टडी नहीं लेने देगी. बता दें, सोफिया अब 8 साल की हो चुकी है.

 

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