
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में अब पंजाब पुलिस और जांच एजेंसियों के शक की सुई पांच आरोपियों पर घूम रही है. अब तक की तफ्तीश के बाद अब ये पांच मुख्य आरोपी पुलिस के शक के घेरे में हैं.
पुलिस के मुताबिक, मनप्रीत उर्फ मन्नू (मोगा), रूपा (अमृतसर, जोडा गांव) , मन्नी (अमृतसर, खुर्सी गांव) प्रियव्रत फौजी (सोनीपत) और अंकित सेरसा (सोनीपत) की मूसा हत्याकांड में अहम भूमिका है और इन्होंने भी मूसा पर गोलियां चलाई थीं.
अब पुलिस की जांच इन पांचों आरोपियों के इर्द गिर्द ही चल रही है. इन पांच आरोपियों में से प्रियव्रत फौजी पर हरियाणा पुलिस ने मूसेवाला की हत्या को लेकर 25 हजार का इनाम भी रखा है.
बता दें कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के एक हफ्ते बाद भी पुलिस के हाथ अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं लगा है और हत्या में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए कई राज्यों में टीमें खाक छान रही है.
जिन पांच आरोपियों पर पुलिस का शक गहरा रहा है उसमें प्रियव्रत फौजी कुख्यात गैंगस्टर है और बीते एक साल से फरार चल रहा है. फौजी बिट्टू बरोणा के पिता कृष्ण की हत्या में भी शामिल रहा है और 1 दर्जन से ज्यादा आपराधिक वारदातों में वांछित हैं. फौजी रामकरण गैंग का शार्प शूटर भी रहा है. अंकित सेरसा नाम के आरोपी की कोई क्राइम हिस्ट्री पुलिस के सामने नहीं आई है.
मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी फतेहाबाद के एक पेट्रोल पंप पर सीसीटीवी में कैद हुई है जिसमें गाड़ी के अंदर सोनीपत के दो शूटरों के सवार होने का दावा किया जा रहा है.
पेट्रोल पंप पर गाड़ी में तेल डलवाने के दौरान उससे उतरे दोनों युवक सोनीपत के बताए जा रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद कहा जा रहा है कि इसमें से एक गढ़ी सिसाना का कुख्यात बदमाश प्रियव्रत फौजी और दूसरा अंकित सेरसा है.
हालांकि सोनीपत पुलिस इसे लेकर कोई पुष्टि नहीं कर रही है. पुलिस ने दोनों शूटरों को दबोचने के लिए कोशिशें तेज कर दी है. पुलिस अलर्ट पर है और खरखौदा के गढ़ी सिसाना गांव में दबिश भी दी जा रही है.
जेल में रची गई थी हत्या की साजिश
बता दें कि पंजाब में 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लारेंस बिश्नोई का नाम सामने आया था जिसके बाद पता चला की हत्या की पूरी साजिश ही जेल में रची गई थी.
सिद्धू की हत्या की प्लानिंग कहीं और नहीं, बल्कि दिल्ली के तिहाड़ जेल में बनाई गई थी. इसके बाद दिल्ली और पंजाब के कई जेलों में छापेमारी की गई थी और कई आरोपियों से पूछताछ हुई थी.
तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने एसआईटी की पूछताछ में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के कत्ल की बात स्वीकार की थी. लॉरेंस ने मान लिया था कि सिंगर मूसेवाला की हत्या के पीछे उसका ही गैंग है.
दरअसल, लॉरेंस बिश्नोई ने वर्चुअल नंबरों से विदेश में मौजूद गोल्डी बरार से कई बार बात की थी. लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के गुर्गों की संख्या करीब 700 के पार है, जिसमें प्रोफेशनल शूटर भी शामिल हैं.
बिश्नोई शराब माफियाओं से रंगदारी वसूल करता है. लॉरेंस और उसका गैंग पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश समेत दूसरे देशों में फैला हुआ है.
हालांकि, लॉरेंस विश्नोई ने इस बात से इनकार किया है कि वह इस हत्याकांड में सीधे तौर पर जुड़ा हुआ था. यानी वह मूसेवाला की हत्या का मास्टर माइंड नहीं है. पुलिस की एसआईटी लगातार लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ कर रही थी और इस हत्याकांड का पूरा सच जानने की कोशिश में थी.
सीकर की थी हत्या में इस्तेमाल गाड़ी
सिद्धू मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल की गई बोलेरे गाड़ी राजस्थान के सीकर की थी. हत्या से पहले पंजाब में गाड़ी की डिलीवरी वाया हनुमानगढ़ हुई थी. पंजाब पुलिस ने हरियाणा के फतेहाबाद में छापेमारी कर 2 युवकों (पवन और नसीब खान) को पकड़ा था. उससे पहले राजस्थान के सीकर में भी छापेमारी हुई थी.
सीबीआई को केस ट्रांसफर करने के लिए SC में याचिका
हत्या के एक हफ्ते बाद भी कातिलों का पता नहीं चलने के बाद सिद्धू मूसेवाला केस को सीबीआई को ट्रांसफर करने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई है. ये याचिका पंजाब में भारतीय जनता पार्टी के नेता जगजीत सिंह मिल्खा ने कोर्ट में दाखिल की है.
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