
दिल्ली में वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी के खिलाफ लगाए गए पोस्टर के मामले में की जा रही जांच में यह सामने आ रहा है कि लॉकडाउन का उल्लंघन कर पोस्टर लगाने के पीछे राजनीतिक पार्टी के नेताओं का हाथ है. पीएम मोदी की आलोचना वाले पोस्टर मजदूरों और प्रिटिंग प्रेस वालों की मदद से लगाए गए हैं. दर्ज किए गए मामलों की जांच में यह बात सामने आई है कि इसमें राजनीतिक पार्टी के नेताओं की संलिप्तता है.
डीडीएमए की तरफ से लगाए गए लॉकडाउन के दौरान पीएम मोदी के आलोचना वाले पोस्टर लगाए गए थे जिसमें लिखा गया था,''मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन को विदेश क्यों भेज दिया?” पुलिस का कहना है कि कुछ न्यूज रिपोर्ट में जांच का पूरा पहलू नहीं दिखाया गया और केवल इस बात का जिक्र किया गया कि इस मामले में गरीब मजदूरों की गिरफ्तारी की गई है.मंगोलपुरी पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 188 और PDPP एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
इन पोस्टर पर प्रिंटिंग प्रेस या प्रकाशक के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी. वीडियो फुटेज के जरिए चार आरोपियों की पहचान की गई जो सुबह चार बजे पोस्टर लगाते नजर आए थे. गिरफ्तार आरोपियों ने इस बात का खुलासा किया कि सुल्तानपुर माजरा के रहने वाले अरविंद गौतम जो आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता है. उन्होंने राहुल नाम के शख्स को एक स्क्रीनशॉट इमेज भेजा था.
उन्होंने इसे छापने और लगाने के लिए 9 हजार रुपये देने की बात कही थी. राहुल ने ग्राफिक इमेज बनाई और राजेश को मेल के जरिए छपने के लिए ऑर्डर भेज दिया. 26 वर्षीय राहुल मंगोलपुरी का रहने वाला है और वह ममता ग्राफिक्स के नाम से अपनी दुकान चलाता है. अरविंद गौतम की तरफ से मिले ऑर्डर के आधार पर उसने इमेज की डिजिटल कॉपी तैयार की.
अनिल कुमार के पास से होर्डिंग्स बरामद की गई है. वो सुल्तानपुरी का रहने वाला है. उसकी उम्र 25 साल है. वह ई-रिक्शा चलाता है. वहीं राजेश शर्मा की उम्र 48 साल है और वह मंगोलपुरी में प्रिंटिंग प्रेस चलाता है. उसे राहुल की तरफ से मेल के जरिए ऑर्डर मिला था. प्रकाशक राजेश ने पोस्टर पर फुट नोट का जिक्र नहीं किया साथ ही लॉकडाउन के दौरान प्रिटिंग प्रेस चलाकर उसने डीडीएमए के नियमों का उल्लंघन किया.
खानपुर की जेजे कॉलोनी में भी ऐसे पोस्टर लगाए गए थे. वीडियो फुटेज के आधार पर संतोष और मयंक की शिनाख्त की गई. इन लोगों ने पूछताछ में बताया कि पोस्टर चिपकाने के पीछे आप के पूर्व पार्षद संजय चौधरी का हाथ है. उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ता मयंक को यह पोस्टर छपवाने और चिपकाने के लिए कहा था. मयंक 46 साल का है और खानपुर एक्सटेंशन का रहने वाला है. संजय की तरफ से निर्देश मिलने के बाद मयंक ने देवली रोड पर स्थिति फ्लेक्स प्रिंटिंग पर गया. यहां उसने मोहित चौधरी से 20 पोस्टर छापने के बदले चार हजार रुपये देने को कहा. मयंक ने इसके लिए संतोष नाम के आप कार्यकर्ता की मदद ली. पुलिस संजय चौधरी और मोहित चौधरी से पूछताछ कर रही है.
वहीं पश्चिमी जिले में कीर्ति नगर थाने में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें राकेश कुमार (ऑटो ड्राइवर), मुरारी (फिटर), देवेंद्र (कॉन्ट्रैक्टर), तिलक राज छाबड़ा (प्रिंटिंग प्रेस मालिक), अनिल गुलाटी शामिल हैं. आगे की जांच में यह भी सामने आया है कि प्रशांत कुमार निवासी न्यू मोती नगर के कहने पर पोस्टर लगाए थे. प्रशांत आप कार्यकर्ता हैं और राकेश जोशी (आप के सक्रिय सदस्य) के साथ काम करता है. इन लोगों को भी अब जांच में शामिल कर लिया गया है.