
लखनऊ में 16 साल के बेटे के द्वारा अपनी मां की हत्या के मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. नाबालिग बेटे के द्वारा मां की हत्या करने के बाद रात 2:30 बजे बहन ने पड़ोसियों से मदद मांगी थी. बहन ने मोहल्ले के लोगों के घरों की घंटी बजाई थी, लेकिन भाई ने आते ही बहन को गुस्से में टॉयलेट में बंद कर दिया था.
हत्या की इकलौती प्रत्यक्षदर्शी नाबालिग लड़की ने बताया कि देर रात भैया जब घर से बाहर गया था तो मैं मदद मांगने के लिए पड़ोस के अंकल के घर की घंटी बजाई लेकिन दरवाजा नहीं खुला, इतने में भैया आ गए और मुझे डांटते हुए टॉयलेट में बंद कर दिया, सुबह मुझे निकालकर भैया ने मैगी बनाकर मुझे खिलाई यही नहीं मुझसे कहा कि चुप रहोगी तो जिंदा रहोगी.
बहन ने यह भी बताया कि भैया ने कहा कि एक बिजली वाले अंकल आए और मम्मी को मार कर चले गए. मोहल्ले के पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने बताया कि जब हत्या हत्या की खबर मिली तो हम घर पर पहुंचे, वहां बहन और भाई दोनों बहुत तेज से रो रहे थे और बोले कि अंकल आइए मम्मी को इलेक्ट्रीशियन अंकल मार कर चले गए.
पड़ोसी के मुताबिक, नाबालिग लड़के ने मां की लाश भी दिखाइ और पिस्टल भी, थोड़ी देर के लिए पड़ोस में रहने वाला शख्स उनकी बात पर विश्वास कर गया. फिर वह बेटे और उसकी बहन को अपने घर ले गया और बच्चों के साथ रुकने को कहा. वहां भी उसने पूरे घर को बताया कि मां को बिजली वाले अंकल मार कर चले गए हैं और हम लोग चिल्लाते रहे.
पड़ोसी के मुताबिक, बच्चे की हरकतें इस कदर थी कि जब वह चंदौली में पढ़ता था, तब मार पिटाई और अन्य मामलों की बढ़ती शिकायतों को लेकर उसको लखनऊ में एडमिशन कराया गया था. दादा की डेथ हो जाने पर सिर से बाल हट जाने के कारण स्कूल में 2 से 4 बच्चे के द्वारा गंजा कहने पर नाबालिक बेटे ने उनकी डंडों से बेरहमी से जमकर पिटाई की थी.
इसकी शिकायत स्कूल से घर तक आई तो मां से झगड़े के बाद वह एक दिन भागकर गोमती नगर में अपने दोस्त के यहां चला गया, जिसके बाद में बड़ी मुश्किल से मनाकर वापस लाई थी. इस बीच लड़के ने मजिस्ट्रेट के सामने कबूल कर लिया है कि मैंने अपनी मां को पिस्टल से गोली मारी है और रात भर पार्टी की है.
बाल सुधार गृह के कर्मचारी के मुताबिक, जिस दिन से आरोपी बाल सुधार गृह में आया है, वह लगातार अच्छे खाने की मांग कर रहा है, यही नहीं अन्य बच्चे अपने अपराध की गलती स्वीकार कर रहे हैं लेकिन आरोपी नाबालिग लड़का सभी अन्य बच्चों से कहता है कि पुलिस ने सही किया, मैं अपनी मां को गोली मार कर आया हूं.
पुलिस और मजिस्ट्रेट के सामने जब बच्चे को ले जाया गया, तब मजिस्ट्रेट ने कहा कि तुम ने ऐसा क्यों किया? तुमको डर नहीं लगा? जिस पर बच्चे ने जोर से जवाब देते हुए कहा, 'नहीं डर नहीं लगा, ज्यादा से ज्यादा फांसी तो होगी.' जिस पर अधिकारी ने गुस्से में कहा कि उसको तुरंत रिमांड में लेते हुए बाल सुधार गृह भेजिए.