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क्यों रखा ताजपुरिया टाइटल? तिहाड़ जेल में मारे गए टिल्लू की क्राइम कुंडली

टिल्लू ताजपुरिया पहले दिल्ली की मंडोली जेल में बंद था, लेकिन जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद उसे तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया था. कहा जाता है कि टिल्लू ताजपुरिया जेल के अंदर से ही अपनी जरायम की दुनिया का कामकाज संभालता था.

टिल्लू ताजपुरिया (फाइल फोटो) टिल्लू ताजपुरिया (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2023,
  • अपडेटेड 1:01 PM IST

तिहाड़ जेल में हुई गैंगवार में कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई. तिहाड़ में योगेश टुंडा और उसके साथी दीपक तीतर ने लोहे की रॉड से टिल्लू पर हमला किया था. इसके बाद उसे डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां सुबह 6.30 बजे उसकी मौत हो गई. टिल्लू ताजपुरिया उर्फ सुनील मान पर अपने विरोधी जितेंद्र गोगी की हत्या समेत अन्य कई आपराधिक वारदातों को अंजाम देने का आरोप है. टिल्लू ताजपुरिया पहले दिल्ली की मंडोली जेल में बंद था, लेकिन जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद उसे तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया था.

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कहा जाता है कि टिल्लू ताजपुरिया जेल के अंदर से ही अपनी जरायम की दुनिया का कामकाज संभालता था. उसके नाम के पीछे ताजपुरिया को लेकर बताया जाता है कि वह ताजपुरिया गांव का ही रहने वाला है, इसलिए उसने अपना नाम टिल्लू ताजपुरिया कर लिया. वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रद्धानंद कॉलेज का छात्र था. इस कॉलेज में पढ़ने वाले जितेंद्र गोगी के साथ उसकी दोस्ती थी, लेकिन बाद में दोनों दुश्मन बन गए.  

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नीरज बवानिया के जेल जाने के बाद वर्चस्व की लड़ाई  

गैंगस्टर नीरज बवानिया के जेल जाने के बाद टिल्लू और गोगी गैंग के बीच वर्चस्व की लड़ाई काफी बढ़ गई थी. जिसकी वजह से दोनों गैंग के बीच मुठभेड़ हुई और दोनों गैंग के सदस्यों की जान गई. गैंगस्टरों के टेरर कनेक्शन को लेकर यह बात कही जाती रही है कि इन गैंगस्टरों के जरिए आतंकवादी अपना नेटवर्क चलाते हैं

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•टिल्लू ताजपुरिया अपनी गैंग अलीपुर और सोनीपत में बीते कई सालों से चला रहा था. वह दिल्ली-एनसीआर में किडनैपिंग, उगाही और मर्डर जैसे अपराधों को अंजाम देता था. 

•साल 2015 में सोनीपत पुलिस ने टिल्लू को पहली बार गिरफ्तार किया था.  

•टिल्लू गैंग के साथ गोगी गैंग की पुरानी दुश्मनी थी. 

•24 सितंबर, 2021 को रोहिणी कोर्ट में दो हथियारबंद अपराधियों ने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि इस वारदात को ताजपुरिया गैंग ने ही अंजाम दिया था. 

•बाहरी दिल्ली के अलीपुर इलाके में बीते साल 29 जनवरी को टिल्लू के करीब प्रमोद कुमार की तीन हथियारबंद बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 

• इसके अलावा मार्च 2022 में टिल्लू ताजपुरिया के करीबी को गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गैंग ने रोहिणी कोर्ट में मार दिया था.
टिल्लू ताजपुरिया और गोगी गैंग की गैंगवार में बीते छह साल में 12 सदस्यों की हत्या हुई. इसके साथ ही कई बदमाश बुरी तरह घायल हो गए. 

•पुलिस की ओर से बताया गया कि टिल्लू और गोगी के बीच कॉलेज के दिनों से ही दुश्मनी है. दोनों ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र थे और राजनीति को लेकर दोनों के बीच जंग शुरू. साल 2012 में हिंसा तब शुरू हुई जब गोगी और उसके साथियों ने टिल्लू ताजपुरिया के करीबी विकास की हत्या कर दी.  

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