
महाराष्ट्र के बीड जिले की एक अदालत में सरपंच संतोष देशमुख मर्डर केस में देश के मशहूर वकील उज्ज्वल निकम बुधवार को पेश हुए. उन्होंने इस केस से जुड़े अहम प्राथमिक तथ्य प्रस्तुत किए. इस चर्चित हत्याकांड में विशेष लोक अभियोजक के रूप में अपनी नियुक्ति के बाद पहली बार वो अदालत के समक्ष पेश हुए. उन्होंने बताया कि आरोप तय करने के लिए 10 अप्रैल को एक याचिका दायर की जाएगी.
उज्ज्वल निकम ने कहा, "संतोष देशमुख हत्याकांड के तथ्य, हत्या का मकसद आज अदालत में पेश किए गए. इस मामले से संबंधित दस्तावेज भी आरोपियों के वकील को सौंपे गए." इस केस के आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश किया गया. सुनवाई से पहले निकम ने मृतक सरपंच के परिजनों और सीआईडी अफसरों से मुलाकात किया. इस मामले की अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होगी.
उन्होंने कहा, "मैंने आज अभियोजन पक्ष के लिए मामला खोला. मैंने अदालत को घटनाओं के क्रम और हत्या के पीछे आपराधिक साजिश के बारे में बताया. सरपंच की हत्या के पीछे (जबरन वसूली) मकसद के बारे में अदालत को बताया गया. हमने अदालत को यह भी बताया कि हमारे पास प्रस्तुत हर तथ्य के लिए सबूत हैं. यह मामला परिस्थितिजन्य, कागजी और वैज्ञानिक साक्ष्यों पर आधारित है.''
उन्होंने बताया कि अदालत में एक आवेदन दायर कर अनुरोध किया गया है कि गवाहों की पहचान गुप्त रखी जाए. आरोपी सुदर्शन घुले मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड के निर्देशों के अनुसार काम कर रहा था. हम 10 अप्रैल को आरोप तय करने के लिए आवेदन दायर करेंगे. अभियोजन पक्ष ने अदालत में ऑडियो रिकॉर्डिंग भी प्रस्तुत की, जिसमें अवाडा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मियों को धमकाया गया था.
निकम ने कहा कि आरोपियों द्वारा अपने वकीलों के माध्यम से मांगे गए दस्तावेज भी प्रस्तुत किए गए. इस बीच मृतक सरपंच के भाई धनंजय देशमुख ने अदालत की सुनवाई से पहले निकम से मुलाकात की थी. देशमुख ने कहा, "यह एक शुरूआती बैठक थी. हमने उनसे अलग से मुलाकात की मांग की थी. हम अपनी मांगों के बारे में न्यायिक समिति को भी लिखने जा रहे हैं. इसकी प्रति सीआईडी को दी जाएगी."
बीड जिले के मासाजोग गांव के सरपंच देशमुख को पिछले साल 9 दिसंबर को एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली की कोशिश को रोकने के प्रयास के लिए अगवा कर लिया गया था. उन्हें प्रताड़ित कर मार डाला गया था. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड सहित आठ लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है. उन पर मकोका के तहत केस दर्ज है.