
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सुरक्षाबलों के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. नाके पर वाहनों की चेकिंग करते समय सिक्योरिटी फोर्सेस ने 3 हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार किया है. उनकी गाड़ी से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है. इस ऑपरेशन में J&K पुलिस की टीम भी शामिल थी. उन्होंने बताया कि आतंकियों से 3 AK राइफल्स, 2 पिस्टल्स, 9 मैगजीन और 200 राउंड बुलेट अब तक बरामद हुई हैं. जांच अभी भी जारी है.
बता दें कि हाइब्रिड आतंकी ऐसे स्थानीय युवक होते हैं, जिनका पुराना आपराधिक रिकार्ड नहीं होता. ये स्थानीय युवक पिस्टल लेकर आते हैं और हमला करके फरार हो जाते हैं और सामान्य जीवन जीने लगते हैं. ऐसे में इनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है. इन्हीं दहशतगर्दों को हाइब्रिड आतंकी कहा जाता है. ज्यादातर केसों में यह आतंकी स्थानीय होते हैं.
इन आतंकियों को ऑनलाइन ही भर्ती किया जाता है. इन्हें ऑनलाइन ही ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद इन्हें हमला करने के लिए भेजा जाता है. आतंकी 1-2 की संख्या में हमले को अंजाम देते हैं. जबकि पहले जो आतंकी घटनाओं के वीडियो सामने आते थे, उनमें 3-4 आतंकी शामिल होते थे और एके-47 जैसे बड़े और आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करते थे.
बता दें कि 3 दिन पहले ही 17 नवंबर को जम्मू कश्मीर के राजौरी के नौशेरा सेक्टर में सुरक्षाबलों ने सीमा पार से घुसपैठ कर रहे एक आतंकी को मार गिराया था. देर रात करीब 11 बजे आतंकी भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे. सीमा में घुसते ही सेना के जवानों ने आतंकियों को सरेंडर करने की चेतावनी दी, लेकिन वे सरेंडर करने की बजाए वापस भागने लगे. तभी मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी मारा गया. 19 नवंबर को आतंकी का शव मिला था. उसके पास से गोला बारूद भी बरामद हुआ था.
25 दिन में 5 घुसपैठिए मरे गए
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के दिगवार सेक्टर में 3 नवंबर को एलओसी पर घुसपैठ की कोशिश की गई थी. तब सेना ने घुसपैठ को नाकाम करते हुए तीन पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था. हालांकि इस दौरान दो आतंकी भाग निकले थे. आतंकियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था. 31 अक्टूबर को कुपवाड़ा में घुसपैठ की दो कोशिशों को सेना ने नाकाम किया था, तब दो पाकिस्तानी आतंकी मारे गए थे. इससे पहले करनाह सेक्टर में 26 अक्टूबर को घुसपैठ की कोशिश हुई थी. इस दौरान भी एक पाकिस्तानी आतंकवादी को ढेर कर दिया गया था. जबकि एक आतंकी भाग निकला था. पिछले 25 दिन में 5 घुसपैठिए मारे गए हैं.