
देश की राजधानी दिल्ली में श्रद्धा नाम की लड़की के टुकड़े-टुकड़े कर देने वाले बॉयफ्रेंड आफताब के बारे मे सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं. पुलिस की थ्योरी कह रही है कि ये एक साइको किलर है, इसने श्रद्धा के सीने पर चढ़कर उसका गला घोंटा, इसने श्रद्धा की लाश के 35 टुकड़े किए, इसने लाश के टुकडों को फ्रिज में रखा, ये 3 सालों से श्रद्धा के साथ रह रहा था लेकिन श्रद्धा का कत्ल करने से पहले इसने उसके भरोसे का भी कत्ल किया.
दिल्ली पुलिस की मानें तो आफताब एक तरफ श्रद्धा के साथ लीव इन रिलेशनशिप में था तो दूसरी तरफ उसकी अय्याशी भी जारी थी. आफताब की रंगीनमिजाजी में उसकी कई महिला मित्र शामिल थी, जिसके बारे में दिल्ली पुलिस को काफी इनपुट मिले हैं, ज्यादातार महिला मित्रों को आफताब ने डेटिंग ऐप के जरिए अपने जाल में फंसाया था, श्रद्धा को उसकी धोखेबाजी की भनक ना लग पाए इसके लिए वो सिम बदलता रहता था.
शादी का दबाव बना रही थी श्रद्धा
इस शख्स की फितरत को ऐसे समझिए कि ये एक तरफ श्रद्धा के भरोसे से खेल रहा था और दूसरी तरफ महिला मित्रों के साथ अय्याशी का मजा लूट रहा था. श्रद्धा को इसकी सच्चाई का पता शायद देर से चला या फिर उसने इससे सावधान रहने में देरी कर दी. आफताब ने दिल्ली पुलिस को खुद ही बताया कि श्रद्धा शादी का दबाव बना रही थी इसलिए उसे मार डाला. ये भी बताया कि श्रद्धा उस पर शक करती थी, किसी से भी फोन पर बात करता तो झगड़ा होता था.
हालांकि आफताब दिल्ली पुलिस की आखों में धूल झोंकने की कोशिश रहा है. वो अपना बयान बार-बार बदल रहा है. पुलिस को गच्चा देने में लगा है, लेकिन इतना तो साफ है कि इसकी अय्याशी दोनों के रिश्तों में दरार की वजह बनी. अब दिल्ली पुलिस को श्रद्धा और आफताब दोनों के मोबाइल फोन की तलाश है. पूछताछ के दौरान आफताब ने ये भी बताया कि उसने श्रद्धा का मोबाइल मुंबई में कहीं फेंका है इस केस में श्रद्धा का मोबाइल एक अहम सबूत साबित होगा.
कॉल डिटेल से हुआ बड़ा खुलासा
हालांकि श्रद्धा का मोबाइल गायब है, लेकिन उसकी कॉल डिटेल ने बहुत सारा सच उगल दिया है. आफताब ने पुलिस को पहले बयान दिया था कि 22 मई के बाद से श्रद्धा और उसके बीच कोई बातचीत नहीं हुई. जब वो गुस्से में घर छोड़ कर चली गई थी, लेकिन जब आफताब के मोबाइल को खंगाला गया, तो पता चला कि 26 मई को श्रद्धा के मोबाइल के नेट बैंकिंग एप से आफताब के खाते में 54 हजार रुपये ट्रांसफर हुए थे.
अभी तक पुलिस को मिली 13 हड्डियां
अभी तक आफताब की निशानदेही पर 13 हड्डियां बरामद की गई हैं, जो हड्डियां बरामद हुई हैं वो सभी शरीर के पिछले हिस्से की हैं. खास कर री़ढ़ की हड्डी के निचले हिस्से की. इनमें से कुछ हड्डियां जंगल में यूं ही पड़ी मिलीं तो कुछ नालों से निकाली गईं. हालांकि इन हड्डियों को नंगी आंखों से देख कर ये कह पाना मुश्किल है कि हड्डियां इंसान की हैं या जानवर की, इसीलिए पुलिस भी पुख्ता तौर पर कुछ कहने की बजाय हड्डियों की फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है.
दिल्ली पुलिस की खोजी नजर उस फ्रिज पर भी है. जिसमें आफताब ने करीब 20 दिनों तक श्रद्धा की लाश के टुकड़े रखे थे. फॉरेंसिक टीम ने फ्रिज से भी कई नमूने उठाए. घर की तलाशी के दौरान पुलिस को श्रद्धा के कुछ कपड़े जरूर मिले, लेकिन वो सारे कपड़े धुले धुलाए थे. आफताब ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि कत्ल के बाद लाश के टुकड़े करने के लिए उसने श्रद्धा के कपड़े उतार लिए थे, फिर उन कपड़ों को दो दिन बाद एक पॉलीथिन में डाल कर घर के करीब ही कूड़े की एक गाड़ी में डाल दिया था, शायद 20 या 21 मई को.
लाश के टुकड़े की तलाश में फॉरेंसिक टीम
पुलिस की एक टीम उस कूड़ा गाडी और उस तारीख के कूड़ों को भी तलाशने का काम कर रही थी. फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक आफताब के घर के बाथरूम की नाली, नाली की पाइप और जिस जगह ये नाली जाकर बडे नालों में मिलती है, उनकी जांच करने पर लाश के कुछ ना कुछ टुकडे जरूर मिलेंगे. भले ही वो टुकड़े बहुत छोटे हों, इसीलिए फॉरेंसिक टीम आफताब के बाथरूम से निकलने वाली नाली और उसके पूरे ड्रेनेज सिस्टम की भी जांच करने जा रही है.
कुल मिलाकर ये केस इस वक्त पूरी तरह से फॉरेंसिक जांच पर ही टिकी हुई है, इसीलिए दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा के घरवालों के डीएनए सैंपल भी उनकी मर्जी से हासिल कर लिए हैं. बरामद हड्डियां और बाकी सबूत जब ये साबित कर देंगे कि हड्डियां इंसानी ही हैं, तो फिर श्रद्धा के घरवालों के डीएनए सैंपल से इनका मिलान कराया जाएगा, जिससे ये साबित होगा कि लाश के ये टुकडे श्रद्धा के ही हैं.