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Gangster Lawrence Bishnoi vs Neeraj Bawana: कौन है गैंगस्टर नीरज बवाना जिसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या का बदला लेने की कसम खाई है?

Gangster Lawrence Bishnoi vs Neeraj Bawana: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में अबतक गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आ रहा था. अब यहां नीरज बवाना गैंग का नाम भी चर्चा में है. इस गैंग ने कहा है कि वह मूसेवाला की हत्या का बदला लेंगे.

लॉरेंस बिश्नोई (बाएं), सिद्धू मूसेवाला और नीरज बवाना (दाएं) लॉरेंस बिश्नोई (बाएं), सिद्धू मूसेवाला और नीरज बवाना (दाएं)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 जून 2022,
  • अपडेटेड 2:09 PM IST
  • सिद्धू मूसेवाला को मारने का दावा लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने किया
  • नीरज बवाना गैंग ने कहा है कि वह मूसेवाला की हत्या का बदला लेंगे

Gangster Lawrence Bishnoi vs Neeraj Bawana: सिद्धू मूसेवाला का रविवार को मर्डर हो गया. मंगलवार को अंतिम संस्कार के बाद चिता की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि बदले की आग भड़क गई. नीरज बवाना गैंग ने धमकी दे डाली कि वे दो दिन में अपने भाई सिद्धू मूसेवाला की मौत का बदला लेंगे.

अब गैंग ने बुधवार को मूसेवाला की मौत के लिए पंजाबी सिंगर मनकीरत औलख को जिम्मेदार ठहराया दिया है और उनको मारने की धमकी दी है. मनकीरत औलख के मैनेजर का नाम इस केस में पहले से आ रहा था. दूसरी तरफ मनकीरत औलख खुद सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपने मर्डर की आशंका जता चुके हैं.

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सिद्धू मूसेवाला के मर्डर की बात करें तो यहां अबतक लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आ रहा था. लेकिन अब ये मामला नीरज बवाना तक कैसे पहुंचा यह समझना जरूरी है.

नीरज बवाना जिस बंबिहा गैंग से जुड़ा है वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का दुश्मन है. यहां दोस्त का दुश्मन अपना भी दुश्मन हो गया. बिश्नोई गैंग ने 2021 में हुए एक मर्डर का बदला लेने के लिए सिद्धू को मारने का दावा किया है. वहीं अब सिद्धू मूसेवाला का बदला लेने की कसम नीरज बवाना गैंग ने खा ली है.

नीरज बवाना कौन है?

नीरज सहरावत दिल्ली के बवाना का रहने वाला है. इसी पर इसने अपना नाम नीरज बवाना रख लिया. हत्या, हत्या की साजिश, जबरन उगाही, जमीन पर कब्जा जैसे मामलों में वह आरोपी है. इसपर करीब 40 केस रजिस्टर हैं.

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33 साल के नीरज का गैंग दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में एक्टिव है. इसके गैंग में 100 से ज्यादा गुर्गे बताये जाते हैं, जिसमें से 40 से ज्यादा को पिछले कुछ सालों में पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.

नीरज बवाना क्यों लेना चाहता है मूसेवाला की हत्या का बदला?

अब बड़ा सवाल है कि दिल्ली का गैंगस्टर पंजाब में हुए मर्डर का बदला क्यों लेना चाहता है? इसके जवाब के लिए आपको बंबिहा गैंग के बारे में जानना होगा. बंबिहा गैंग लॉरन्स बिशनोई गैंग का दुश्मन है. वहीं नीरज बवाना (दिल्ली), कौशल चौधरी (गुरुग्राम), सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया (आउटर दिल्ली) गैंग बंबिहा ग्रुप के दोस्त हैं.

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बताया जा रहा है कि मूसेवाला बंबिहा गैंग से संपर्क में थे. इसलिए विरोधी बिश्नोई गैंग ने उनका मर्डर करवाया. वहीं नीरज बवाना के बंबिहा गैंग से दोस्ताना संपर्क हैं.

बंबिहा गैंग का सरगना कौन?

बंबिहा गैंग का सरगना दविंदर सिंह सिद्धू था. वह मोगा जिले के बंबिहा गांव का रहने वाला था. जुर्म की दुनिया में आने से पहले वह एक लोकप्रिय कबड्डी खिलाड़ी था. साल 2010 में, जब वह कॉलेज में ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा था, तब उसका नाम एक मर्डर में आ गया.

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यह वारदात उसके गांव में दो समूहों में हाथापाई के बीच हुई थी. हत्या के मामले में उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जिसके बाद वो जेल में कई गैंगस्टरों के संपर्क में आया और फिर खतरनाक शार्प शूटर बन गया.

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9 सितंबर, 2016 को बठिंडा जिले के रामपुरा के पास गिल कलां में 26 वर्षीय दविंदर बंबिहा को एक मुठभेड़ में पंजाब पुलिस ने मार गिराया था.

बंबिहा गैंग और बिश्नोई गैंग की दुश्मनी

दविंदर के गैंग की कमान गौरव उर्फ लक्की पटियाल ने संभाली. वह चंडीगढ़ का रहने वाला था. उगाही, हत्या की कोशिश जैसे मामलों में वह जेल में बंद था लेकिन फिर आर्मेनिया भाग गया और वहीं से गैंग चलाने लगा. उसका साथी सुखप्रीत सिंह बुडाह है. वह संगरूर जेल में बंद है. बंबिहा गैंग में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 300 से ज़्यादा शूटर शामिल हैं.

07 अगस्त 2021 को मोहाली के सेक्टर 71 बाजार में एक प्रापर्टी डीलर की दुकान के सामने विक्रमजीत सिंह उर्फ ​​विक्की मिड्दुखेड़ा की हत्या आर्मेनिया के दविंदर बंबिहा गिरोह को चलाने वाले गौरव पटियाल उर्फ ​​लकी ने करवा दी.

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जांच में आया कि लक्की ने यह काम गुरुग्राम जिले के नाहरपुर रूपा गांव निवासी कौशल चौधरी (अब करनाल जेल में बंद) और अमित डागर से करवा दी थी. अमित डागर ने मिड्दुखेड़ा मर्डर के लिए हरियाणा के झज्जर के सज्जन भोलू और दिल्ली के अनिल कुमार की मदद ली थी.

दरअसल म्यूजिक इंडस्ट्री में वर्चस्व की जंग ने विक्की मिड्‌डूखेड़ा की जान ली गई थी. विक्की मिड्‌डूखेड़ा का पंजाब संगीत जगत में अच्छा दबदबा हुआ करता था. ये बात कुछ सिंगर्स और उनसे जुड़े गैंगस्टर्स को नहीं भाई थी. विक्की मिड्‌डूखेड़ा की हत्या की दूसरी सबसे बड़ी वजह लॉरेंस ग्रुप के साथ उनकी नजदीकियां थीं. कहा जा रहा है कि विक्की के मर्डर से जुड़े लोगों को सिद्धू मूसेवाला ने पनाह दी थी, इसलिए लॉरेंस ग्रुप ने अब उनकी हत्या करवाई.

(तनसीम हैदर के इनपुट के साथ)

 

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