
गुजरात के वडोदरा के लक्ष्मीपुरा में गरबा खेलने गई एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की खौफनाक वारदात सामने आई है. पीड़िता करीब 11 बजे रात को अपने बॉयफ्रेंड से मिलने के लिए गई थी. उस वक्त पांच लोगों ने उन्हें घेर लिया. बदमाशों ने पीड़िता के बॉयफ्रेंड को बंधक बनाकर उसके सामने ही उसकी गर्लफ्रेंड से गैंगरेप किया. इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची. आरोपियों की तलाश की जा रही है.
वडोदरा (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक रोहन आनंद ने बताया कि, गुजरात में नवरात्रि में आयोजित होने वाले गरबा कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेते हैं. सरकार ने गरबा उत्सव के समय पर प्रतिबंध हटा लिया है. वारदात की रात करीब 11 बजे पीड़ित लड़की लक्ष्मीपुरा इलाके में अपने बचपन के मित्र से मिलने गई थी. दोनों स्कूटी से भायली इलाके से लौट रहे थे. आधी रात के करीब बाइक पर सवार पांच लोगों ने उन्हें सुनसान सड़क पर रोक लिया.
उनमें से दो लोग कुछ बहस के बाद चले गए, जबकि तीन रुक गए. इन तीनों में से दो लोगों ने नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया, जबकि तीसरे व्यक्ति ने उसके बॉयफ्रेंड को बंधक बना लिया. इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से चले गए. इसके बाद पीड़िता और उसके मित्र ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इलाके की घेराबंदी करके सबूत एकत्र किए. फोरेंसिक टीम ने भी क्राइम सीन से सबूत एकत्र किए.
एसपी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो एक्ट के तहत की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. अपराधियों की पहचान करने के लिए टीमें बनाई गई हैं. पुलिस की टीम इलाके में स्थित सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है. पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराया गया है, जिसमें अपराध की पुष्टि हो गई है. इस वारदात की वजह से पूरे शहर में लोगों में खौफ है.
गुजरात में पहले 12 बजे के बाद गरबा कार्यकर्मों की अनुमति नहीं थी. लेकिन इस साल सरकार ने इस प्रतिबंध को हटा लिया है. अब गुजरात में नवरात्रि के दौरान गरबा के कार्यक्रमों को रात 12 बजे से बंद नहीं कराया जा रहा है. सरकार का कहना है कि नवरात्रि में हर कोई गरबा का आनंद शांतिपूर्वक ले सके, मां की आराधना हो सके उस उद्देश्य से निर्णय लिया गया है. लेकिन गैंगरेप की इस वारदात के बाद एक बार फिर सरकार को सोचना पड़ सकता है.
बताते चलें कि जुलाई में गुजरात के गिर सोमनाथ में आठ वर्षीय बच्ची से बलात्कार और हत्या के मामले में एक विशेष पोक्सो अदालत ने 32 वर्षीय व्यक्ति को मौत की सजा सुनाई थी. विशेष न्यायाधीश एस आई भोरानिया ने आदेश दिया कि इस मामले में दोषी सोमाभाई सोलंकी को तब तक फांसी के फंदे से लटकाकर रखा जाए, जब तक कि उसकी मौत न हो जाए. अदालत ने उसे 25 हजार रुपए का जुर्माना भी भरने का निर्देश दिया था.
अदालत ने बलात्कार और हत्या के इस मामले को 'रेयरेस्ट ऑफ द रेयर' माना था. दोषी ने बहुत ही क्रूर और निर्दयी तरीके से अपराध किया था. इसलिए उसके पास उसे मौत की सजा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता. गिर सोमनाथ जिले के कोडिनार तालुका के एक गांव में साल 2022 में यह जघन्य अपराध हुआ था. सरकारी वकील केतनसिंह वाला ने बताया था कि केस की जांच के लिए पुलिस ने एक विशेष जांच दल का गठन किया था.