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महज 44 सेकेंड में हुई उमेश पाल की हत्या, भतीजी के सामने दौड़ाकर बदमाशों ने मारी गोली

प्रयागराज शुक्रवार की रात गोलियों और बम के धमाके से दहल गया. बदमाशों ने राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उसके गनर की गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या की इस पूरी वारदात को सिर्फ 44 सेकेंड में अंजाम दिया गया. उमेश पाल को उसकी भतीजी के सामने गोली मारी गई थी.

सिर्फ 44 सेकेंड में उमेश पाल की हत्या सिर्फ 44 सेकेंड में उमेश पाल की हत्या
संतोष शर्मा
  • प्रयागराज,
  • 25 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 9:53 AM IST

यूपी के प्रयागराज में शुक्रवार की रात को राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उसके गनर की बदमाशों ने गोली और बम मारकर हत्या कर दी. जांच के बाद सामने आया है कि हत्या की इस वारदात को सिर्फ 44 सेकेंड में अजाम दिया गया.

रिपोर्ट के मुताबिक बेखौफ अपराधियों में से एक बदमाश पहले दुकान में बैठ कर उमेश पाल का इंतजार कर रहा था. उमेश पाल के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरु कर दी.

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बैकअप प्लान के साथ आए थे बदमाश

इतना ही नहीं बदमाशों ने पहले से ही बैकअप प्लान भी तैयार कर रखा था. उमेश पाल पर हमला करने के लिए  बाइक और कार के साथ-साथ बदमाश पैदल भी आए थे. हमलावर कोर्ट से ही उनका पीछा कर रहे थे.

घटना के एक चश्मदीद ने बताया कि हमले के बाद उमेश पाल को गोली लग गई जिसके बाद वो अपने घर की तरफ भागने लगे. इस पर बदमाशों ने तंग गली में घुसकर फायरिंग की.

उमेश पाल का गनर संदीप निषाद भी घायल होने के बाद गली में भागा जिसको निशाना बनाते हुए बदमाशों ने गली में बम मार दिया. संदीप घायल अवस्था में घर के बाहर गिर पड़ा. इस पूरे वारदात को महज 44 सेकेंड के अंदर अंजाम दिया गया.

हाल ही में उमेश पाल ने ज्वाइन किया था बीजेपी

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राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल ने हाल ही में बीजेपी की सदस्यता ली थी.  उमेश पाल सिंह की डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल और सिद्धार्थ नाथ सिंह से नजदीकी संबंध थे. 

उमेश पाल की हत्या के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. अब परिवार की शिकायत है कि जो नेता उमेश पाल से मिलने के लिए रोज आते थे वो दिखाई नहीं दे रहे हैं.

चाचा को आंखों के सामने मार दी गई गोली

उमेश पाल की भतीजी बिलखते हुए बताती है कि  गोली लगने के बाद जब चाचा भागे तो उन्हें दौड़ा कर गोली मारी गई. यह सब मेरी आंखों के सामने हुआ और हम चाचा को नहीं बचा पाए.

प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद उनकी क्रेटा एसयूवी को धूमनगंज थाने में रखा गया है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि कार में 2 जगह गोली लगी थी. वहीं 4 जगह पर गोली के कार से छू कर निकलने के भी निशान हैं.

 

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