
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में आयोजित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के ट्रेनिंग कैंप पर पत्थरबाजी की घटना सामने आई है. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जिले के डोंबिवली के कचोरे में रविवार रात को हुई इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है. इलाके में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. पुलिस जांच में जुटी है.
तिलकनगर के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय कुमार कदम ने बताया कि हमलावरों की पहचान करने के लिए इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "रविवार रात 8 बजे जब यह घटना हुई, तब आरएसएस शाखा के बच्चे मैदान में प्रशिक्षण ले रहे थे. शिकायत के आधार पर बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. जांच शुरू कर दी है."
एक स्थानीय आरएसएस कार्यकर्ता ने दावा किया कि एक महीने में दो बार प्रशिक्षण सत्रों पर पत्थर फेंके गए हैं. बताते चलें कि पिछले साल अक्टूबर में राजस्थान की राजधानी जयपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यक्रम के दौरान चाकू और डंडों से कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया था. शरद पूर्णिमा के अवसर पर जयपुर के करणी विहार में खीर बांटे जाने का कार्यक्रम रखा गया था.
इसी अज्ञात लोगों ने संघ कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया. हमले में 7 से 8 कार्यकर्ता घायल हो गए, उनको जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया. राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, विधायक गोपाल शर्मा सहित कई हस्तियां घायलों का हालचाल लेने अस्पताल पहुंची थी. इस दौरान कैबिनेट मंत्री राठौर ने अपना गुस्सा जाहिर किया था.
उन्होंने बताया, ''खीर वितरण कार्यक्रम के दौरान भजन-कीर्तन हो रहा था. इस दौरान कुछ लोग आ गए. उन्होंने पहले खीर की बड़ी डेगची पर लात मारी, फिर गाली-गलौच करने लगे. लोगों ने उन्हें समझाया, तो उन लोगों ने चाकू से हमला कर दिया. उनको वहीं पकड़ लिया गया. वो फिलहाल पुलिस की कस्टडी में हैं. घायलों स्वयंसेवकों का इलाज चल रहा है. हालात खतरे से बाहर हैं.''