Advertisement

उन्नाव: लापता दलित लड़की का मिला शव, अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूदी थी मां, BJP हमलावर

उन्नाव के एक आश्रम के पास जमीन के नीचे दफन दलित लड़की की लाश मिली है. लड़की दो महीने पहले गायब हुई थी. लड़की के परिजनों ने सपा सरकार में मंत्री रहे स्व. फतेह बहादुर सिंह के बेटे पर अपहरण का आरोप लगाया था.

उन्नाव में दलित लड़की का शव मिला उन्नाव में दलित लड़की का शव मिला
विशाल सिंह चौहान
  • उन्नाव,
  • 11 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:12 PM IST
  • दो महीने पहले लापता हुई थी लड़की
  • पूर्व मंत्री के बेटे पर हत्या का आरोप

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बीच दलित लड़की की लाश ने सियासी तपिश बढ़ा दी है. उन्नाव में एक दलित लड़की की लाश गुरुवार को मिली. लड़की की मां का आरोप है कि बेटी की हत्या समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे स्व. फतेह बहादुर सिंह के बेटे ने की है. अब इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सपा की घेराबंदी शुरू कर दी है.

Advertisement

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद, जब बेटी की मां आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे, नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे, जांचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने कसर नहीं छोड़ेंगे.'

वहीं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा, 'उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला, परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे, राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे.'

क्या है पूरा मामला

दो महीने से अपनी बेटी के लिए दर-दर भटक रही मां को गुरुवार को उसकी बेटी की डेड बॉडी मिली. उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी पूजा पिछले दिसंबर माह से गायब है. पीड़िता की मां ने 8 दिसंबर को कोतवाली में तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज करवाई थी.

Advertisement

मां ने सपा के पूर्व राज्यमंत्री ओर सहकारी विभाग के चेयरमैन रहे स्व. फतेहबहादुर के बेटे राजू सिंह पर गायब करने का आरोप लगाया था. पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. परेशान मां अफसरों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने नहीं सुनी. 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के गाड़ी के आगे मां कूद गई थी.

मामला गरमाया तो पुलिस ने 25 जनवरी को राजोल सिंह को जेल भेज दिया, जिसके बाद युवती का पता नहीं चल सका. बीते 4 फरवरी को पुलिस ने राजोल सिंह को पीसीआर रिमांड पर लेकर पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं हासिल हुई. आज पुलिस को तमाम साक्ष्यों के आधार पर जानकारी हुई कि कब्बा खेड़ा के घर के बगल में ही युवती का शव गड़ा हुआ था.

इस पर सदर कोतवाली पुलिस स्वाट टीम के सभी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर खुदाई शुरू करवाई. इसके बाद 4 फीट गड्ढा खोदने के बाद शव को बरामद कर लिया. परिजनों को सूचना मिलते ही कोहराम मच गया. मौके पर पहुंची मां ने पुलिस पर आरोप लगाया. उनका कहना है कि अगर दरोगा जी हमारे साथ आ जाते तो हमारी बेटी जिंदा होती.

लड़की के पिता ने कहा कि हमारी लड़की की लाश दिव्यानंद आश्रम में मिली है, दिव्यानंद आश्रम में मेरी लड़की कैद थी, तब प्रेम नारायण दीक्षित दरोगा थे, यहां उन्होंने दरवाजा नहीं खुलवाया था, उन्हीं का हाथ है, प्रेम नारायण दीक्षित और राजोल सिंह ने मिलकर हमारी लड़की को मरवा दिया है.

Advertisement

इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि पहले गुमशुदगी दर्ज की गई थी, विवेचना के क्रम में गुरुवार को ये डेड बॉडी बरामद की गई है. एक व्यक्ति को जेल भेजा गया है. इस घटना में जो अन्य साथी है, उनको पता कर गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement