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यूपी: एसटीएफ ने फर्जी शिक्षकों से वसूली करने वाले फर्जी टीचरों को किया गिरफ्तार

लखनऊ में यूपी एसटीएफ ने फर्जी शिक्षकों से वसूली करने वाले फर्जी शिक्षकों को दबोचा है. जानकारी के मुताबिक ये लोग मानव संपदा पोर्टल का अधिकारी बनकर फर्जी शिक्षकों से वसूली करते थे.

यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़े शातिर फर्जी शिक्षक यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़े शातिर फर्जी शिक्षक
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 22 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 4:28 AM IST
  • यूपी एसटीएफ ने फर्जी शिक्षकों से पैसा वसूलने वाले शख्स को दबोचा
  • ठग युवक भी बाराबंकी में फर्जी शिक्षक के तौर पर कर रहा था नौकरी
  • ठग युवक की पत्नी भी बाराबंकी में कर रही थी फर्जी शिक्षक की नौकरी

लखनऊ में यूपी एसटीएफ ने फर्जी शिक्षकों से वसूली करने वाले फर्जी शिक्षकों को दबोचा है. जानकारी के मुताबिक ये लोग मानव संपदा पोर्टल का अधिकारी बनकर फर्जी शिक्षकों से वसूली करते थे. यूपी एसटीएफ ने विभूतिखंड थाना क्षेत्र से यदुनंदन यादव समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों पास से एसटीएफ की टीम ने 8 लाख नगदी और तमाम फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं.

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जानकारी के मुताबिक यूपी एसटीएफ ने फर्जी शिक्षकों से वसूली करने वाले 3 लोगों को पकड़ा है. जिसमें मुख्य आरोपी खुद और उसकी पत्नी फर्जी शिक्षक बनकर बाराबंकी में नौकरी कर रहे हैं और दूसरे फर्जी शिक्षकों से वसूली करने लगे.

ठगी करने का इनका तरीका यह था कि ये मानव संपदा पोर्टल का अधिकारी बनकर फर्जी शिक्षकों से वसूली करते थे. गिरोह का मास्टरमाइंड यदुनंदन खुद प्रमोद सिंह बनकर बाराबंकी के बनीकोडर में नौकरी कर रहा था. जबकि उसकी पत्नी सुनीता अर्चना पांडे के तौर पर बाराबंकी के गदिया में नौकरी कर रही थी.

बताया जा रहा है कि आरोपी यदुनंदन यादव दूसरे फर्जी शिक्षक प्रमोद यादव से वसूली करने गया था. दरअसल प्रमोद यादव आशीष सिंह बनकर गोरखपुर के बड़हलगंज में नौकरी कर रहा था. इस मामले यूपी एसटीएफ ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. यदुनंदन यादव फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सीआरपीएफ में भी भर्ती होने पर पहले भी गोरखपुर के सहजनवा से गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

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