Advertisement

UP: 900 रुपये में बनाते थे फर्जी कोरोना रिपोर्ट, लैब मालिक ने करवाया अरेस्ट

जानकारी के मुताबिक लखनऊ के थाना विभूतिखंड क्षेत्र में डॉक्टर शिवेंद्र विक्रम सिंह और ज्योति सिंह का डायग्नोस्टिक सेंटर चलता है.  डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक ने पुलिस को खुद इसकी सूचना देकर इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया.

मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ का है. (सांकेतिक फोटो) मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ का है. (सांकेतिक फोटो)
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 10 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 6:55 PM IST
  • डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक ने खुद ही दी सूचना
  • दो आरोपी गिरफ्तार, पैसे की लालच में बनाते थे फर्जी रिपोर्ट
  • पुलिस ने जब्त किया लैपटॉप और मोबाइल

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना टेस्ट की फर्जी रिपोर्ट बनाने वाले दो जलासाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मरीजों से पैसे लेकर ये दोनों फर्जी रिपोर्ट बनाते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप और फोन बरामद किया है. दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. 

जानकारी के मुताबिक लखनऊ के थाना विभूतिखंड क्षेत्र में डॉक्टर शिवेंद्र विक्रम सिंह और ज्योति सिंह का डायग्नोस्टिक सेंटर चलता है.  इन दोनों ने पुलिस को खुद इसकी सूचना दी थी कि उनके डायग्नोस्टिक सेंटर पर कार्यरत दो कर्मचारी लोगों की फर्जी कोरोना रिपोर्ट बना रहे हैं. 

Advertisement

पुलिस ने सूचना पर कार्यवाही करते हुए सेंटर के कर्मचारी शिवम कुशवाहा और शुभम गौतम पर जांच रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा करने की बात का खुलासा किया और  मौके पर पहुंच कर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने वो लैपटॉप और मोबाइल बरामद किया गया जिससे वे यह फर्जी रिपोर्ट तैयार करते थे.

डीसीपी पूर्वी जोन संजीव सुमन के मुताबिक लखनऊ विभूतिखंड में सूचना मिली जिमसें डाइग्नोस्टिक के मालिक डॉक्टर ने बताया कि उनके कर्मचारियों द्वारा बिना उनकी जानकारी के सैम्पल लेकर कोरोना की फर्जी जांच रिपोर्ट दी जा रही है जिसके बाद पुलिस ने जांच की. जांच में यह बात सच  साबित हुई और आरोपियों ने खुद ही कबूल किया. आरोपियों के मुताबिक वो फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार करने के 900 रुपये लेते थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है और पता लगा रही है कि आरोपियों ने अबतक कितने लोगों की फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार की है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement