
पश्चिम बंगाल में नतीजे आने के बाद से ही राजनीतिक हिंसा बढ़ गई है. मंगलवार को रुक-रुक कर एक के बाद एक हिंसक घटनाएं होती रहीं. कहीं बीजेपी टीएमसी पर तो कहीं टीएमसी बीजेपी पर हिंसा के लिए आरोप लगा रही है. लेकिन मारे तो लोग ही जा रहे हैं.
मंगलवार को हुगली, तारकेश्वर, बालागढ, गोघाट मे तृणमूल और भाजपा के बीच हुए जमकर संघर्ष में एक टीएमसी समर्थक की मौत हो गई. जबकि बालागढ़ में एक टीएमसी समर्थक के पेट में चाकू घोंप दिया गया. इसके अलावा जख्मी टीएमसी समर्थक के कान को काट डाले जाने के आरोप भाजपा पर लगे हैं. घायल टीएमसी समर्थक को इलाज के लिए कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
तारकेश्वर में मृतक टीएमसी समर्थक का नाम गोपाल पात्र बताया जा रहा है. दोनों दलों के बीच मारपीट की घटना में एक टीएमसी समर्थक की मौत होने के साथ-साथ दोनों तरफ से कुल मिलाकर 10 राजनीतिक कार्यकर्ता घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए जिले के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो बीजेपी समर्थकों को हिरासत में ले लिया है.
तारकेश्वर में भाजपा की स्थानीय नेत्री के घर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने खाना खाया था. उसी घर पर टीएमसी के लोगों ने हमला कर दिया. बीजेपी की तरफ से आरोप लगाया गया कि तारकेश्वर की बीजेपी नेता सुमित्रा राउत के ससुर परेश चंद्र और सास अनीमा राउत को घर छोड़कर चले जाने और जान से मारने की धमकी दी गई. बता दें कि विधानसभा चुनाव में तारकेश्वर सीट से बीजेपी की हार के बाद सुमित्रा राउत और उनके पति अपने घर को छोड़कर पलायन कर चुके हैं.
दूसरी तरफ गोघाट के कुमूरसा इलाके में टीएमसी और भाजपाइयों के बीच हुए राजनीतिक संघर्ष में जमकर बमबारी हुई. इस घटना में 4 टीएमसी समर्थक घायल बताए जा रहे हैं. पुलिस घायलों को अस्पताल ले गई.
(रिपोर्टः भोलानाथ साहा)