
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में एक प्राइवेट रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या हो गई है. हालांकि, अभी तक उसकी लाश बरामद नहीं हो सकी है. इस मामले में पुलिस ने बीजेपी नेता के बेटे पुलकित आर्य सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पुलकित आर्य ही उस रिजॉर्ट का संचालक था, जहां अंकिता काम करती थी. युवती के चार दिनों से लापता होने के बाद से रिजॉर्ट संचालक और मैनेजर दोनों फरार थे. अब पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के बारे में कई जानकारियां दी हैं.
पहले भी विवादों में रहा है पुलकित आर्य
हत्या का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य का बेटा है. वह वनंत्रा रिजॉर्ट का मालिक है. मौजूदा समय में विनोद आर्य बीजेपी ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और यूपी के सह प्रभारी भी हैं. वो पूर्व में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. उनके दूसरे बेटे अंकित को राज्य मंत्री का दर्जा मिला है. वह इस वक्त राज्य पिछड़ा आयोग में उपाध्यक्ष हैं.
वहीं इस मामले को लेकर पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य से जब पूछा गया कि उनके बेटे ने पीड़ित का यौन उत्पीड़न किया है ? इस पर विनोद आर्य ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा, 'ये सब झूठ है.'
पुलकित आर्य लॉकडाउन के दौरान भी विवादों में आया था. तब उत्तर प्रदेश के विवादित नेता अमरमणि त्रिपाठी के साथ वह उत्तरकाशी में प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गया था. अमरमणि त्रिपाठी पर कवियत्री मधुमिता शुक्ला की हत्या का आरोप है. इस मामले में अमरमणि त्रिपाठी 14 साल तक जेल में रहा है.
हत्या के आरोपी की हुई पिटाई
ऋषिकेश में जब अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपी अंकित, सौरभ भास्कर, पुलकित आर्य को लेकर पुलिस कोर्ट में पेश करने के लिए कोटद्वार ले जा रही थी. इस दौरान सैकड़ों ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी रोककर आरोपियों से मारपीट की.
मौके पर वीडियो बनाने वाले पत्रकारों के साथ भी अभद्रता की गई और मोबाइल छीन लिए गए. ग्रामीण इसका वीडियो बनाए जाने को लेकर नाराज थे.
यहां देखिए वीडियो
हत्या के आरोपी ने पुलिस को क्या बताया
प्राइवेट रिजॉर्ट में 19 साल की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी 18-19 सितंबर से गायब थी. सोशल मीडिया पर गुमशुदा के पक्ष में कैंपेन भी चल रहा था.
रिजॉर्ट के संचालक पुलकित आर्य ने इस मामले में पुलिस को बताया था, "रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी एक अलग कमरे में रहती थी. कुछ दिनों से वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी. इसी के चलते 18 सितंबर को उसे ऋषिकेश घुमाने के लिए ले गए थे."
उसने आगे बताया, "देर रात वहां से वापस लौट आए. इसके बाद रिजॉर्ट में बने अलग-अलग कमरों में सभी लोग सोने चले गए. मगर, 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे से गायब थी." (इनपुट - विकास वर्मा)