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क्या घर का पालतू कुत्ता भी किसी की जान जाने की वजह बन सकता है? लेकिन ऐसा हुआ है कर्नाटक के बेंगलुरू में. यहां एक महिला ने अपनी 13 साल की बेटी के साथ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसके पति और ससुराल वालों ने घर के पालतू कुत्ते को बाहर निकालने से मना कर दिया.
दरअसल महिला सांस की तकलीफ से जूझ रही थी. उसे कुत्तों से एलर्जी थी. डॉक्टर्स ने उसे कुत्तों से दूर रहने की सलाह दी थी. इसलिए उसने अपने पति और ससुराल वालों से घर के पालतू कुत्ते को बाहर करने के लिए कहा. पर ऐसा हुआ नहीं. उसके पति और सास-ससुर का कहना था कि घर के कुत्ते से उसकी सेहत पर असर नहीं पड़ेगा.
पुलिस ने जो जानकारी दी के मुताबिक जब महिला की बात नहीं मानी गई तो वह अपने कमरे में चली गई और काफी देर तक बाहर नहीं आई. इसके बाद घर वालों ने कमरे का दरवाजा खोला तो पाया कि महिला ने बेटी के साथ आत्महत्या कर ली.
महिला की पहचान 36 साल की दिव्या और बेटी की पहचान 13 साल की हृदया के रूप में की गई है. दिव्या एक होम मेकर थी, जबकि उसकी बेटी छठवीं में पढ़ती थी.
पुलिस ने इस मामले में पति श्रीनिवास, सास वसंता और ससुर जर्नादन के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है. सभी के खिलाफ गोविंदपुरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. दिव्या के पिता ने अपनी शिकायत में पुलिस से कहा है कि इस मामले पर उनकी बेटी और उसके ससुराल वालों के बीच बहस हुई. इसके बाद उसने ये कदम उठा लिया.