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जिस दोस्त ने नाम की वसीयत, महिला ने उसी के किए दो टुकड़े!

दो महिला दोस्तों की एक सनसनीखेज कहानी सामने आई है. दोनों महिलाओं की दोस्ती इतनी गहरी थी कि एक ने अपनी वसीयत भी दूसरे के नाम कर दी थी. उस महिला ने दोस्त के नाम अपनी संपत्ति का 95 फीसदी हिस्सा कर दिया था जबकि अपनी मां के लिए उन्होंने सिर्फ 5 फीसदी हिस्सा ही रखा था. लेकिन पैसों के लिए एक दोस्त ने दूसरे का कत्ल कर दिया.

चोंग (दाएं) ने मिशेल के नाम किया था वसीयत (Credit- Jemma Mitchell/ Mee Kuen Chon) चोंग (दाएं) ने मिशेल के नाम किया था वसीयत (Credit- Jemma Mitchell/ Mee Kuen Chon)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 8:59 PM IST

एक महिला ने पैसों के लिए जिगरी दोस्त के दो टुकड़े कर दिए. सिर अलग और धड़ अलग. खास बात यह है कि दोस्त ने महिला के नाम अपनी वसीयत का 95 फीसदी हिस्सा कर रखा था. यह जानकारी एक कोर्ट की सुनवाई के दौरान मिली है.

मामला ब्रिटेन का है. विल्स्डेन की रहनेवाली 38 साल की जेम्मा मिशेल पर अपनी दोस्त मी कुएन चोंग की हत्या का आरोप है. यह घटना जून 2021 की है. आरोप है कि हत्या के बाद मिशेल ने लंदन से करीब 320 किलोमीटर दूर डेवन में चोंग की बॉडी को दफन कर दिया था.

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चोंग की शरीर का धड़ जंगल में मिला जबकि सिर कहीं और था. ओल्ड बेली कोर्ट में सुनवाई के दौरान मिशेन ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है.

वेम्बली की रहने वाली 67 साल की चोंग की गुमशुदगी की रिपोर्ट 11 जून 2021 को दर्ज की गई थी. मामले पर 11 अक्टूबर की सुनवाई के दौरान बताया गया कि चोंग की डेड बॉडी गुमशुदगी के 16 दिन बाद मिली थी. जिस इलाके से उनकी डेड बॉडी का आधा हिस्सा मिला था उसे पूरी तरह से सील कर दिया गया और वहां जोरदार सर्च अभियान चलाया गया.

कोर्ट में बताया गया कि 4 दिन बाद चोंग का सिर धड़ से 30 फीट दूर मिला. कोर्ट में बताया गया कि मिशेल के घर की तलाशी के दौरान चोंग की वसीयत भी मिली.

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प्रोसेक्यूटर डीन्ना हीर केसी ने कहा कि इस वसीयत से साफ है कि चोंग ने मिशेल को अपना एक ट्रस्टी बनाया था. इसके तहत चोंग की मौत के बाद उनकी संपत्ति का 95 फीसदी हिस्सा मिशेल के घर के प्रोजेक्ट के फायदे के लिए जाएगा और संपत्ति का महज 5 फीसदी हिस्सा चोंग की मां के पास रहेगा.

हीर केसी ने कहा इस केस में हत्या के पीछे का कारण साफ है- पैसे. उन्होंने आगे कहा- मिशेल के घर की मरम्मत को पूरा करने के लिए बहुत सारे पैसों की जरूरत होती. और चोंग में मिशेल को वह अवसर दिखा. मिशेल ने सोचा कि चोंग के जरिए उन्हें वह पैसे मिल सकते हैं, अगर चोंग के जीते जी मिशेल को यह पैसे नहीं मिलेंगे तो चोंग की मौत के बाद उनकी वसीयत के मुताबिक यह पैसे जरूर मिल जाएंगे.

हालांकि, इस मामले पर अभी सुनवाई जारी है और कोर्ट के फैसले का इंतजार हो रहा है.

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