मुख्तार अंसारी के माफिया बनने की कहानी जितनी फिल्मी है, उससे कहीं ज्यादा फिल्मी हैं उसके जेल के किस्से. वो पहली बार जब जेल गया तो गाजीपुर जेल का टेलीफोन बिल अचानक सैकड़ों गुना बढ़ गया. जेल अधिकारियों की इतनी हिम्मत नहीं थी कि वो मुख्तार को रोक सकें. मायावती और मुलायम सिंह के राज में मुख्तार अंसारी के लिए जेल दूसरा आलीशन घर था. उत्तर प्रदेश में योगी राज में मुख्तार को जेल में परेशानी शुरु हुई तो वो रंगदारी के एक ऐसे केस में पंजाब की रोपड़ जेल पहुंच गया.