रुपया डॉलर के मुकाबले गिरा है. सोने चांदी के भाव में उछाल है. कच्चा तेल महंगा चल रहा है लेकिन इन सबसे महंगी है ईमानदारी. वो ईमानदारी जिसे निभाने में अपनी जान की कीमत लगानी पड़ रही है. कल हरियाणा के नूंह में अवैध खनन रोकने गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह को माफिया के डंपर ने कुचल दिया. तीस घंटे के भीतर ईमानदारी को कुचलने की खबरें दो और राज्यों से आईं. जिम्मेदार कौन है? क्या सिर्फ भ्रष्टाचारी माफिया? या फिर वो व्यवस्था जो भ्रष्टाचार को पनपने देती है?