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जुर्म

एक घर, 7 दिन, 5 क़त्ल, 30 हजार के लिए किया ऐसा काम देखकर पुलिस भी कांप गई

aajtak.in
  • 14 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 1:58 PM IST
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देश की राजधानी द‍िल्ली में भजनपुरा के एक घर का दरवाजा 10 द‍िन तक नहीं खुला था, ज‍िसमें पांच लोगों का पर‍िवार हंसी-खुशी रहता था. जब आसपास बदबू फैली तो पुल‍िस को सूचना दी गई. जब वह घर का ताला तोड़कर अंदर घुसी तो हैरान रह गई. कमरों में पांच सड़ी हुई लाशें पड़ी थीं. इस मामले की तहकीकात हुई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. मृतक पर‍िवार के ही एक 28 साल के र‍िश्तेदार ने इस घटना को अंजाम द‍िया. घर में लोग आते गए और वह कत्ल करता गया. उसने अकेले ही पांच लोगों की हत्या कर दी.

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दिल्ली पुलिस ने एक ही परिवार के 5 लोगों के कत्ल के आरोप में पीड़ित की बुआ के लड़के को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम प्रभु चौधरी है. पुलिस के मुताबिक, महज 30 हजार के लेन-देन की वजह से प्रभु ने अपने फुफेरे भाई के पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया.

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12 फरवरी की सुबह दिल्ली पुलिस को भजनपुरा के सी ब्लॉक से फोन आया कि एक घर से बेहद तेज बदबू आ रही है और घर के लोग एक हफ्ते से ज्यादा वक्त से नजर नहीं आ रहे हैं. घर के बाहर ताला भी लगा है. कॉल मिलते ही पुलिस की टीम फौरन मौके पर पहुंच गई. इसके बाद पुलिस ने पड़ोसियों की मौजूदगी में ताला तोड़ा तो घर के अंदर का मंजर देख उनके होश उड़ गए. घर के अंदर अलग-अलग कमरों में 5 लाशें पड़ी थीं.

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मकान के कमरों में 5 लाशें देखकर एक बार पुलिस को भी यकीन नहीं आया. घर के मुख्य दरवाजे पर बाहर से ताला लगा था, जबकि पीछे के दरवाजे पर अंदर से ताला लगा था. घर के अंदर समान बिखरा था, लेकिन पुलिस को पहले समझ नहीं आया कि ये हत्या है या फिर आत्महत्या? लेकिन जैसे ही डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि ये हत्या है और गला दबाने के बाद सिर पर लोहे की रॉड मारकर हत्या की गई है तो पुलिस ने फौरन कत्ल का केस दर्ज कर लिया और डीसीपी के नेतृत्व में एक टीम बना दी.

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पुलिस को सबसे पहले ये पता करना था कि सामूहिक हत्याकांड को किस दिन अंजाम दिया गया. इसके लिए पुलिस ने सबसे पहले बच्चों के स्कूल फोन किया और पता किया कि आखिरी बार बच्चे किस दिन स्कूल आए थे. मृतक शंभू के मोबाइल की डिटेल निकाली तो पता चला कि 3 फरवरी के बाद से उनका फोन बंद है.

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इसके बाद, पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. साथ में पीड़ित शंभू के मोबाइल की जांच की तो उसमें 3 फरवरी के दिन फुफेरे भाई प्रभु की कॉल निकली. पुलिस को प्रभु सीसीटीवी में भी नजर आया था, जिसके बाद पुलिस ने प्रभु को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दंग रह गई. पुलिस के मुताबिक, प्रभु ने माना कि उसी ने पांचों कत्ल किए हैं और वह भी अकेले, महज 30 हजार रुपयों के लेनदेन के लिए.

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पुलिस के मुताबिक, प्रभु ने पूछताछ में बताया कि उसने 3 फरवरी को दोपहर में साढ़े तीन बजे शंभू को कॉल किया और लक्ष्मी नगर बुलाया जबकि उस वक्त वह शंभू के घर के बाहर मौजूद था. इसके बाद वो सीधे शंभू के घर गया और उस वक्त घर में प्रभु की भाभी सुनीता अकेली थी.

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सुनीता ने प्रभु को देखते ही 30 हजार रुपये वापस मांगे. दोनों के बीच इस बात पर पहले भी बहस हो चुकी थी. प्रभु के मुताबिक, सुनीता ने उसे काफी जलील भी किया था जिससे वो खुन्नस में था. मौका मिलते ही उसने पहले तो वहीं पड़े तार से सुनीता का गला दबा दिया और फिर सिर पर लोहे की रॉड से वार क‍िया. हत्या करने के बाद उनकी लाश को अंदर कमरे में ले गया. उस वक्त सुनीता के तीनों बच्चे स्कूल गए हुए थे. स्कूल से सबसे पहले सुनीता की बेटी आई.

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जैसे ही सुनीता की बेटी कोमल पहुंची, उसको ऊपर कमरे में बुलाकर हत्या कर दी. इसके बाद सचिन और फिर शिवम घर आए और प्रभु सबकी हत्या करता गया. सभी की घर में अलग-अलग हत्या की. दोपहर को साढ़े तीन बजे वह घर में घुसा और शाम साढ़े 7 बजे तक चार कत्ल कर द‍िए.

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घर से निकल कर प्रभु ने पड़ोस में एक जगह बैठकर शंभू के साथ शराब पी. फिर रात साढ़े 11 बजे  घर ले जाकर शंभू को मारा. सीसीटीवी से पुलिस को सुराग मिले. 12 फरवरी को जब 5 हत्याओं की बात सामने आई तो प्रभु भी मौके पर पहुंच गया और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश भी की थी. प्रभु ने भले ही इन 5 कत्ल की बात मान ली हो लेकिन अभी कई सवाल हैं जिनका जवाब मिलना बाकी है.

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बता दें कि प्रभु एक इंस्टीट्यूट में नौकरी करता था. साथ में कमेटी भी डलवाता था. प्रभु ने परिवार के सभी लोगों की बंद कमरे में हत्या की इसीलिए किसी ने शोर नहीं सुना. कातिल 28 साल का है और दूर के रिश्ते में मृतक शंभू का मामा लगता था. कातिल बिहार के सुपौल का रहने वाला है.

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सुनीता की हत्या के बाद प्रभु भाग सकता था, तो फिर वह घर में क्यों रुका रहा और बच्चों को क्यों मारा? क्या सिर्फ 30 हजार रुपये ही हत्या की वजह थी? क्या प्रभु पूरे परिवार को खत्म करना चाहता था? अगर साजिश कत्ल की थी तो प्रभु बिना किसी हथियार के क्यों पहुंचा? पुलिस का कहना है क‍ि पूछताछ के बाद ही साफ होगा कि कत्ल की असली वजह क्या थी? पुलिस प्रभु के सभी बयानों की जांच कर रही है.

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